Ranchi : क्या दिल्ली में होने वाली एनडीए की बैठक में सीट शेयरिंग का खाका तैयार हो जाएगा. क्या भाजपा आजसू में सीटों को लेकर हो रही खीचतान में अब बात बन जाएगी.
बता दें कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग कभी भी झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता हैं. वहीं राज्य में भी चुनाव को लेकर सियासी तपीश बढ़ गई है. सभी दलों में सीट बांटवारे को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया है.
इसी कड़ी में एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में बीजेपी और आजसू पार्टी के बीच अहम बैठक होने वाली है. इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह-प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा भी शामिल रहेंगे.
बता दें कि इस बैठक में एनडीए गठबंधन के लिए सीट शेयरिंग का खाका तैयार होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो भाजपा-आजसू पार्टी की बैठक में हर सीट पर दावेदारी, सामाजिक समीकरण और पार्टी के आंतरिक सर्वे रिपोर्ट पर ही विस्तार से चर्चा करेगी. कैडर वोट और सामाजिक ताने-बाने को ध्यान में रखते हुए सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को तय किया जाएगा.
बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए आजसू ने 12 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है, जिनमें सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, जुगसलाई, ईचागढ़, डुमरी, बड़कागांव, मांडू, लोहरदगा, हुसैनाबाद, चंदनकियारी और सिमरिया या पाकुड़ शामिल हैं.
इतना ही नहीं इन सभी सीटों के लिए आजसू ने अपने संभावित उम्मीदवार को भी तय कर लिया है. और इन्ही सीटों पर भाजपा और आजसू के बीच खींचतान चल रही है.
बहरहाल, सिल्ली और रामगढ़ विधानसभा सीट आजसू के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं. खबर है कि सिल्ली विधानसभा सीट से खुद सुदेश महतो चुनाव लड़ेंगे जबकि रामगढ़ से सीटिंग विधायक सुनीता चौधरी को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. वहीं गोमिया से लम्बोदर महतो और जुगसलाई से रामचंद्र सहिस का टिकट लगभग तय माना जा रहा है.
मीडिया रिर्पोट्स की माने तो ईचागढ़ विधानसभा सीट से हरेलाल महतो को टिकट मिल सकता है, लेकिन यह सीट भाजपा के लिए भी महत्वपूर्ण रही है और इसलिए यहां दोनों दलों के बीच जीच जारी है.
ईचागढ़ विधानसभा सीट की बात करे तो यहां पर आजसू के दावे से भाजपा के कुछ नेता नाराज़ बताए जा रहे हैं. खबर ये भी है कि अगर यह सीट आजसू के खाते जाती है तो ऐसे में भाजपा का कोई बड़ा नेता पार्टी छोड़ सकता है. हालांकि इसका फैसला तो केंद्रीय नेतृत्व को ही लेना है, जिसके बाद ही यह पता चल सकेगा कि किसके खाते में कौन सी सीट जाकी है.
बहरहाल , चंदनकियारी विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट से भाजपा के सीटिंग विधायक व नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को कांके शिफ्ट किया जा सकता है माने ये कि अमर बाउरी कांके विधानसभा सीट से इस बार चुनावी मैदान में होंगे. जो समरी लाल की सीट है.
अगर ऐसा होता है तो चंदनकियारी सीट से उमाकांत रजक को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. उमाकांत रजक साल 2009 में आजसू की टिकट पर चुनाव जीते थे जबकि पिछला चुनाव में वे दूसरे नंबर रहे थे और इसलिए भी आजसू चंदनकियारी सीट से इन्हें उम्मीदवार बना सकती है.
वहीं आजसू के संभावित उम्मीदवारों में लोहरदगा से निरु शांति भगत और मांडू से तिवारी महतो के नाम की भी चर्चा है. हालांकि ये तो आलाकमान ही फैसला करेंगे कि इन सीटों पर किसे उम्मीदवार बनाया जाएगा.