लालू यादव के तेजस्वी यादव को लेकर दिए गये बयान पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ठंडाने के लिए ऐसा उन्होंने ऐसा बयान दिया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि आप पत्रकार लोग हमेशा पूछते रहते हैं तो आप लोगों को ठंडाने (शांत करने) के लिए उन्होंने ऐसा कह दिया.
दरअसल, लालू यादव ने 1 जनवरी को कहा था कि नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं. वह भी खोलें. वह भाग जाते हैं, चले जाते हैं. वह साथ आयें और काम करें. हम उनको माफ कर देंगे.
लालू यादव का यह बयान ऐसे समय में आया जबकि कुछ ही दिन पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि महागठबंधन के दरवाजे नीतीश कुमार के लिए हमेशा बंद हैं. इसी सिलसिले में पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से लालू प्रसाद यादव के ताजा बयान पर सवाल किया था.
#WATCH पटना: RJD नेता तेजस्वी यादव ने आरिफ मोहम्मद के खान के राज्यपाल के रूप में शपथ लेने पर कहा, “हम राज्यपाल जी को शुभकामनाएं देते हैं… हमें उम्मीद है कि वे संविधान की पूरी तरह से रक्षा करने का काम करेंगे और सब लोगों को साथ लेकर चलेंगे।”
RJD प्रमुख लालू यादव के बयान पर… pic.twitter.com/m3DUjCEXZV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 2, 2025
बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा का चुनाव इसी साल है.
पीएम मोदी का भी आज बिहार में कार्यक्रम है.
गृहमंत्री अमित शाह भी 4 जनवरी से बिहार के 2 दिवसीय प्रवास पर रहेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा निकाली है. एनडीए गठबंधन की जिलेवार बैठकों का आयोजन किया जा रहा है जिसमें से कुछ बैठकों को सीएम नीतीश कुमार भी संबोधित करेंगे.
इंडिया गठबंधन भी तैयारियों में जुटा है.
आरजेडी ने महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह पैसे देने की स्कीम माई बहिन योजना का वादा किया है. सर्वजन पेंशन स्कीम में 1000 रुपये की वृद्धि का वादा किया है. नीतिगत औऱ सियासी तौर पर तैयारियां जोर-शोर से जारी है.
इसी बीच बयानबाजी भी चल रही है.
गृहमंत्री के बयान से बिहार में सियासी हलचल
कुछ दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि एनडीए गठबंधन की बैठक में बिहार में सीएम चेहरे पर फैसला लिया जायेगा.
उनसे पूछा गया था कि क्या नीतीश कुमार ही इस बार भी मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे. क्या उनकी ही अगुवाई में विधानसभा का चुनाव लड़ा जायेगा तब गृहमंत्री ने सीधा हां नहीं कहा था. दरअसल, महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई में चुनाव लड़ा गया लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस बने.
इन्हीं बयानों के बीच जब लालू यादव से पूछा गया कि क्या चुनाव पूर्व नीतीश कुमार के साथ गठबंधन मुमकिन है तो लालू यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं. उनको भी खोलना चाहिए. वही भाग जाते हैं. चले जाते हैं.