सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप विवाद को लेकर 22 मार्च (शनिवार) को रांची बंद का आव्हान किया गया है. इस संदर्भ में अब जिला प्रशासन की ओर से भी गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की ओर से जारी दिशा-निर्देश में साफ शब्दों में कहा गया है कि बंद के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा या तोड़फोड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उपायुक्त ने कहा है कि हमें सीरम टोली फ्लाओवर को लेकर कतिपय सरना समिति के सदस्यों द्वारा 22 मार्च को रांची बंद और चक्का जाम का आह्वान किया गया है.
विभिन्न स्त्रोतों से यह सूचना प्राप्त हो रही है कि सीरम टोली फ्लाईओवर को लेकर कतिपय सरना समिति के सदस्यों के द्वारा दिनांक 22.03.2025 को रांची बंद एवं चक्का जाम का आह्वान किया गया है।
यह भी गोपनीय सूचना प्राप्त हुई है कि कुछ बंद समर्थक द्वारा हो-हंगामा/उपद्रव/तोड़ फोड़ की साजिश… pic.twitter.com/KIbljeibY3— DC Ranchi (@DC_Ranchi) March 21, 2025
रांची उपायुक्त ने क्या दिशा-निर्देश दिया
उपायुक्त गोपनीय सूचना मिली है कि कुछ बंद समर्थकों द्वारा हो-हंगामा, उपद्रव, तोड़-फोड़ की साजिश की जा रही है. जिला प्रशासन की अपील है कि बंद के दौरान तमाम गतिविधियां शांतिपूर्ण हो. किसी भी दुकानदार अथवा वाहन चालक पर दबाव न बनाया जाए. इस अवधि में विधानसभा सत्र भी संचालित है. संत जेवियर्स कॉलेज सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. चक्का जाम के दौरान किसी भी विधायक, मंत्री, छात्र-छात्रा अथवा शिक्षण संस्थान के सदस्यों को परेशानी नहीं होनी चाहिए. यदि कोई गैर-जिम्मेदराना हरकत करता है तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
22 मार्च को रांची बंद और चक्का जाम
गौरतलब है कि 22 मार्च को केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा की ओर से बंद का आह्वान किया गया है. इसे ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनोरिटी फ्रंट का समर्थन हासिल है. संगठन के प्रदेश महासचिव प्रवीण कच्फ ने कहा कि झारखंड सरकार आदिवासी आस्था का सम्मान करे और तत्काल फ्लाईओवर रैंप को हटाने पर विचार करे. उन्होंने बंद के दौरान आम नागरिकों, शैक्षणिक संस्थानों, हॉस्पिटल, दुकानदार, गैर सरकारी संगठन, ऑटो-रिक्शा और बस चालकों से सहयोग करने की अपील की है. गौरतलब है कि इससे पहले राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा (रांची महानगर) के पदाधिकारियों की बैठक में बंद का समर्थन करने पर सहमति बनी.