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दिल्ली के गुनहगारों को माफी नहीं मिलेगी, कांग्रेस की महिला उम्मीदवार ने किस पर साधा निशाना

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दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार अलका लांबा ने रुझानों में दिल्ली से अरविंद केजरीवाल की आप की विदाई पर कहा कि दिल्ली के गुनहगारों को माफी नहीं मिलेगी.

जिन्होंने दिल्ली के साथ गलत किया उनको आज सही नसीहत मिली है.

इस सीट पर भाजपा के रमेश बिधुड़ी लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. अलका लांबा ने कहा कि मुझे जनता ने साथ दिया. समर्थन किया और मैं इसकी आभारी हूं.

उन्होंने कहा कि अभी 60,000 वोटों की गिनती बाकी है और कुछ भी हो सकता है.

उन्होंने कहा कि मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगी कि विधानसभा चुनाव के नतीजों से किसका फायदा या नुकसान हो रहा है. मैं इतना जानती हूं कि जिन्होंने दिल्ली के साथ गलत किया, उनके साथ सही सलूक हुआ है.

गौरतलब है कि शुरुआती रुझानों में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने 43 सीटों पर बढ़त बना रखी है. आप को 27 सीटों पर बढ़त हासिल है.

कांग्रेस पार्टी फिर से यहां शून्य पर सिमटती दिख रही है.

पिछली बार 7 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा प्रचंड जनादेश की ओर बढ़ रही है.

 

आप और कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ था
गौरतलब है कि दिल्ली में इंडिया गठबंधन के 2 घटक दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आपस में गठबंधन नहीं किया. वहीं, अरविंद केजरीवाल का समर्थन समाजवादी पार्टी ने किया था.

उन्हें टीएमसी और आरजेडी सहित अन्य दलों का भी समर्थन मिला.

कहा जा रहा है कि 10 साल से सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर, कथित शराब घोटाला केस में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सत्येंद्र जैन सहित अन्य नेताओं का जेल जाना. आतिशी मार्लेना का यह कहना कि वह केजरीवाल का खड़ाऊं रखकर दिल्ली की सत्ता चलाएंगी और अपनी सरकार की नाकामियों का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ना जैसी कुछ वजहें रही जिसकी वजह से दिल्ली में आप को सत्ता से बाहर का रास्ता देखना पड़ा.

शुरुआती रूझानों में तो अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे नेता भी पिछड़ते नजर आये थे. पटपड़गंज सीट पर टीचर से नेता बने अवध ओझा भी लगातार पिछड़ रहे हैं. करावल नगर से भाजपा के कपिल मिश्रा ने बढ़त बना रखी है.

दिल्ली चुनाव के लिए 5 जनवरी को डले थे वोट
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 जनवरी को वोट डाले गए थे. अरविंद केजरीवाल ने चुनाव से पहले ही महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये देने की घोषणा की थी. साथ ही वादा किया था कि चुनाव बाद महिला सम्मान योजना के तहत 2100 रुपये दिए जाएंगे.

कांग्रेस पार्टी ने भी दिल्ली में महिलाओं के लिए प्यारी दीदी योजना लाने का वादा किया था.

बीजेपी ने गर्भवती महिलाओं को 21000 रुपये देने के साथ-साथ प्रेग्नेंसी किट देने का वादा किया था. कहा जा रहा है कि हालिया बजट में 12 लाख रुपये की इनकम में टैक्स से छूट और 8वें वेतन आयोग की वजह से भी भाजपा को काफी फायदा मिला.

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