मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं मिलने से हजारों की संख्या में महिलाएं हर रोज अंचल कार्यालय का चक्कर काट रही है. महिलाओं को इस योजना का लाभ क्यों नहीं मिल रहा है इसकी वजह अब अधिकारियों ने बता दी है.
योजना में गड़बड़ियों को दूर करने के लिए एक सेल का गठन भी किया गया है. आज के इस वीडियो में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि किस वजह से महिलाओं के खातों में पैसे नहीं आ रहे हैं. साथ ही बताएंगे कि कौन से जिले में योजना में हो रही गड़बड़ियों को दूर करने के लिए सेल का गठन किया गया है.
तो इस वजह से महिलाएं हो रही है योजना से वंचित
सबसे पहले हम बात करते हैं कि महिलायें योजना का लाभ लेने से वंचित क्यों रह जाती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गढ़वा जिले के रंका प्रखंड कार्यालय में प्रतिनियुक्त कर्मी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा साइट बंद कर दिए जाने के कारण ऐसा हो सकता है.
वहीं कई लाभुकों का बैंक खाता आधार से नहीं जुड़ा होना तथा कई अन्य लाभुकों का अकाउंट इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का होने के कारण उन्हें सम्मान राशि नहीं मिल पा रही है.
हालांकि, फॉर्म जमा करते समय सभी मानदंड को पूरा करने के बाद ही आवेदन जमा किया गया था.
प्रखंड कार्यालय पहुंची महिलाओं का कहना है कि रंका प्रखंड में मंईया सम्मान योजना के तकरीबन 17 हजार लाभुक है, जिनमें महज 25 फीसदी महिलाओं के खाते में मंईयां सम्मान योजना की राशि सरकार द्वारा भेजी गई है.
खोलो गया शिकायत निवारण केंद्र
बहरहाल, मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने से वंचित महिलाओं को लेकर बीडीओ ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 40,783 लाभुकों ने आवेदन दिया था.
इनमें 37,167 आवेदनों को स्वीकृति दे दी गई है. अब मात्र 3,376 आवेदन विभिन्न कारणों से लंबित हैं. इसका भी समाधान जल्द होगा. फिलहाल साइट नहीं खुल रहा है. इस वजह से ही दिक्कत हो रही है.
आगे कहा कि विभिन्न कारणों से रद्द हुए आवेदनों का निष्पादन करने को प्रखंड कार्यालय में एक शिकायत निवारण केंद्र खोला गया है. 3 कर्मियों का प्रतिनियोजन भी किया जा चुका है. ये कर्मी प्रखंड क्षेत्र से आने वाली मंईया सम्मान योजना के लाभुकों के आवेदनों की त्रुटि में सुधार करेंगे.
साथ ही कहा कि आस-पास के इलाकों में इस तरह के कोई योग्य लाभुक है तो उन्हें प्रखंड कार्यालय में हेल्प डेस्क भेजें. इस कार्य के लिए कोई बिचौलियों का सहारा नहीं लें.
आवेदन में हो रही गड़बड़ियों को सुधारने के लिए एक सेल का भी गठन किया गया है. दरअसल, गिरिडीह जिले में भी हजारों लाभुकों को मंईयां योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
योजना का लाभ लेने के लिए फॉर्म भरने में हुई गड़बड़ियों के कारण यह स्थित पैदा हुई है. लाभुकों को योजना का लाभ दिलाने के लिए प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है. इसके लिए बगोदर प्रखंड कार्यालय परिसर में शिकायत सेल का गठन किया गया है. सेल में 4 कर्मचारी मौजूद रहेंगे जो मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के शिकायतों को सुनेंगे और उसका निष्पादन करेंगे.
गौरतलब है कि पिछले दिनों कई जिलों में मंईया सम्मान योजना की राशि नहीं मिलने से नाराज महिलाओं ने सड़कों पर उतकर खूब बवाल काटा था. अंचल कार्यालय का घेराव कर सड़क जाम तक कर दी थी. इसके अलावा सड़कों पर लगे मंईयां सम्मान योजना का पोस्टर भी फाड़कर उसमें आग लगा दी थी.
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले हेमंत सोरेन सरकार महिलाओं को सश्क्त बनाने के लिए मंईया सम्मान योजना लेकर आई. इस योजना के तहत हर महीने 1 हजार रुपए दिए जाते हैं.
हालांकि दिसंबर महीने से इस राशि को बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया गया. 2500 रुपए की पहली किस्त भी महिलाओं के खाते में भेज दी गयी है. इसके अलावा 20 से 25 जनवरी के बीच लाभुकों के खाते में छठी किस्त की राशी 2500 रुपए भी भेजने की तैयारी चल रही है.
लेकिन दूसरी तरफ कई महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. जबकि उन्होंने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से फॉर्म भरा था.
खैर! अब देखना होगा कि जो महिलाएं आवेदन जमा कर चुकी है और योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है उन्हें कब तक योजना का लाभ मिल पाता है .