संजय सेठ

कोलकाता की बेटी के साथ न्याय नहीं हुआ, दोषी संजय राय को उम्रकैद की सजा पर बोले संजय सेठ

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कोलकाता रेप मर्डर केस में दोषी संजय रॉय को उम्रकैद की सजा मिलने पर रांची के सांसद सह केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने प्रतिक्रिया दी है. संजय सेठ ने कहा कि बच्ची को न्याय नहीं मिला.

बच्ची के साथ कितना घृणित कार्य किया गया. इससे भी ज्यादा घृणित कुछ हो सकता है क्या लेकिन न्यायालय ने इसे दुर्लभतम मामला नहीं माना.

संजय सेठ ने कहा कि मुझे नहीं पता कि कोलकाता पुलिस ने कैसी जांच की. क्या रिपोर्ट सौंपी?

उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस का रवैया शुरू से ही असहयोगात्मक था. सीबीआई ने आखिरकार पुलिस द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट के आधार पर ही जांच की. संजय सेठ ने कहा कि मैं आरोप-प्रत्यारोप के पचड़े में नहीं पड़ना चाहता लेकिन बच्ची के साथ न्याय नहीं हुआ है. हमें आज भी न्याय का इंतजार है.

संजय सेठ ने कहा कि दोषी संजय रॉय को मिली सजा से देश सहमत नहीं है. देश में गुस्सा है. देश न्याय मांग रहा है. सजा कम है और हमें न्याय की आस है.

 

31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के दोषी संजय रॉय को सियालदह कोर्ट में जस्टिस अनिर्बान दास ने उम्रकैद की सजा सुनाई है.

साथ ही दोषी पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है.

जस्टिस अनिर्बान दास ने कहा कि मामला रेयरेस्ट ऑफ द रेयर नहीं है. दोषी के वकील ने भी कोर्ट में जिरह के दौरान कहा था कि कोर्ट और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर यह साबित करे कि दोषी में सुधार की गुंजाइश नहीं है और उसे समाज से पूरी तरह से खत्म कर देना की एकमात्र विकल्प है.

वहीं, सीबीआई के वकील ने कहा था कि दोषी को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए. इससे समाज में न्याय के प्रति विश्वास जगेगा. हालांकि, जस्टिस अनिर्बान दास ने दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई.

9 अगस्त को अस्पताल में मिली थी लाश
गौरतलब है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8-9 अगस्त 2024 की दरम्यानी रात ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गयी थी. उसका शव अस्पताल के चौथी मंजिल पर बने सेमिनार हॉल में मिला था.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई थी.

पीड़िता के प्राइवेट पार्ट सहित कई अंगों पर चोट के गहरे निशान थे. उनकी आंखों से भी खून बह रहा था.

10 अगस्त को कोलकाता पुलिस ने सिविक वॉलेंटियर के रूप में कार्यरत संजय रॉय को गिरफ्तार किया था. उसकी गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गयी थी. फॉरेंसिक रिपोर्ट में पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से मिले वजाइनल स्वाब से दोषी का डीएनए मैच हो गया था.

दोषी के शरीर पर खरोंचे जाने के निशान थे.

इससे भी पीड़िता का डीएनए मिलान हुआ था. इस केस को लेकर देशभर में गुस्सा था. मेडिकलकर्मियों ने कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन किया. पीड़िता के मां-बाप ने कहा कि वह सजा से खुश नहीं हैं.

 

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