बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के रणनीतिकार और राजनीतिक कार्यकर्ता प्रशांत किशोर को मंगलवार को बेउर जेल से बिना शर्त जमानत मिल गई है. वे पिछले कुछ दिनों से बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों के समर्थन में अनशन कर रहे थे. उनके द्वारा अनशन की मांग यह थी कि बीपीएससी परीक्षा का पुनः आयोजन किया जाए, जिसमें कथित रूप से गड़बड़ी हुई थी.
प्रशांत किशोर ने इस मामले को लेकर सरकार और बीपीएससी के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी. उनके समर्थन में बड़ी संख्या में छात्र और अभ्यर्थी एकजुट हुए थे. पीके ने अनशन के माध्यम से प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश की थी, ताकि इन छात्रों की समस्याओं का समाधान किया जा सके.