प्रशांत किशोर जेल जाएंगे. उन्होंने जमानत लेने से इनकार कर दिया है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि नीतीश सरकार के प्रशासन द्वारा निहत्थे बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज जायज है और मेरा आमरण अनशन अपराध तो फिर मैं जेल जाने को तैयार हूं.
प्रशांत किशोर को आज तड़के करीब 4 बजे पटना पुलिस ने हिरासत में लिया था.
इसमें कुछ तस्वीरें सामने आई थी जब पुलिस के जवानों ने उनको धरनास्थल से उठाया और एंबुलेंस में बिठाकर ले गयी. इन्हीं तस्वीरों के आधार पर यह दावा किया गया कि पुलिस के जवान ने प्रशांत किशोर को थप्पड़ मारा है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे किसी ने थप्पड़ नहीं मारा. यह दावा बेबुनियाद है. जब पुलिस वाले मुझे ले जा रहे थे तो एक युवा साथी ने मेरा कंधा पकड़ रखा था. पुलिस वाले ने उसी के हाथ को झटका दिया.
#WATCH पटना: जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, “…पुलिस मुझे गांधी मैदान से AIIMS लेकर गई। वहां तक पुलिस का व्यवहार मेरे साथ एकदम ठीक था। सुबह 5 बजे से 11 बजे तक पुलिस मुझे एंबुलेंस में बिठाकर अलग-अलग जगहों पर घुमाती रही और किसी ने नहीं बताया कि मुझे कहां लेकर जा रहे हैं। 5… pic.twitter.com/etA5eNL7gs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2025
प्रशांत किशोर ने बताया कि हिरासत का पूरा वाकया
प्रशांत किशोर ने सिलसिलेवार ढंग से बताया कि उनको हिरासत में लेने के बाद पटना पुलिस ने क्या किया?
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं 5 दिन से अपने साथियो के साथ बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में गांधी मैदान में आमरण अनशन कर रहा था. 5वें दिन सुबह करीब 4 बजे पटना पुलिस के लोग आये. मुझे हिरासत में लिया और एंबुलेंस में बिठाकर एम्स ले गये.
एम्स में डॉक्टरों ने मुझे एडमिट करने से मना कर दिया.
प्रशांत किशोर का दावा है कि पटना पुलिस उनको सुबह 5 बजे से 11 बजे तक पटना में अलग-अलग जगह घुमाती रही. बताया नहीं कि कहां ले जाया जा रहा है?
बकौल प्रशांत किशोर, पुलिस वाले कभी कहते कि मुझे पीएमसीएच ले जाएंगे तो कभी कहते कि एनएमसीएच ले जाएंगे. आखिरकार मुझे फतुहा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया.
प्रशांत किशोर का कहना है कि उन्होंने यहां मेडिकल कराने से इनकार कर दिया. पुलिसवालों ने इसे बयान में रिकॉर्ड किया है.
प्रशांत किशोर ने पुलिस वालों पर क्या आरोप लगाया
प्रशांत किशोर का दावा है कि पुलिस वालों ने डॉक्टरों पर मेडिकल जांच का सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव बनाया. लेकिन, डॉक्टरों ने इनकार कर दिया. प्रशांत किशोर ने बताया कि उनको फिर सीडीजीएम कोर्ट लाया गया जहां उनको 25,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी गयी.
हालांकि, इसमें शर्त थी कि वह कोई धरना या अनशन नहीं करेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने कोर्ट की यह शर्त नहीं मानी और जेल जाना स्वीकार किया है.
इस बीच दावा किया जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने जेल में भी आमरण अनशन जारी रखा है जिसकी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है.
13 दिसंबर को हुई थी बीपीएससी की पीटी परीक्षा
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा का आयोजन बिहार के सभी जिलों में किया गया था. पटना के बापू सभागार में बने परीक्षा केंद्र में पीटी परीक्षा में धांधली के आरोप लगे.
अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाया.
कई अभ्यर्थियों ने दावा किया कि उनको तय समय से काफी देरी से पेपर मिला. आयोग ने बापू सभागार पर पुनपर्रीक्षा का आयोजन कराया लेकिन अभ्यर्थियों की मांग है कि पूरी परीक्षा नये सिरे से ली जाये लेकिन आयोग इस मांग से सहमत नहीं है.