धनबाद के कार्मेल स्कूल में कथित तौर पर प्रिंसिपल द्वारा 100 छात्राओं का शर्ट उतरवाने की घटना को लेकर सियासी दलों से भी प्रतिक्रिया आई है.
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विद्यालय प्रबंधन ने अनुशासन के नाम पर अमानवीयता की हद पार कर दी है. इस कृत्य के कारण सैकड़ों छात्राओं को मानसिक पीड़ा हुई है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हैरानी है कि छात्राओं के खिलाफ दुर्व्यवहार के आरोपी प्रिंसिपल की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अनुरोध है कि जांच के नाम पर मामले की लीपापोती करने की बजाय सभी दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में शर्म भी शर्मिंदा है.
धनबाद के कार्मेल स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा 10वीं कक्षा की छात्राओं के शर्ट उतरवा के उन्हें इनर वियर में स्कूल से वापस भेजने का मामला संज्ञान में आया है।
विद्यालय प्रबंधन ने अनुशासन के नाम पर अमानवीयता की हद पार कर दी है। इस कृत्य के कारण सैकड़ों छात्राओं को मानसिक पीड़ा हुई है।…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 12, 2025
अमर कुमार बाउरी ने जांच की मांग की
झारखंड के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरीने कहा कि डिगवाडीह के कार्मेल स्कूल के प्राचार्य पर 10वीं क्लास की 120 छात्राओं के शर्ट खुलवाकर इनरवियर और ब्लेजर में घर भेजने का कृत्य शर्मनाक है. राज्य सरकार मामले में कठोर कार्रवाई करे.
यह घटना अक्षम्य है.
झारखंड में शर्म भी शर्मिंदा है !
कार्मेल स्कूल डिगवाडीह के प्राचार्य पर 10वीं क्लास की 120 छात्राओं के शर्ट खुलवा कर इनरवियर व ब्लेजर में घर भेजने का कृत्य शर्मनाक है !
राज्य सरकार मामले में कठोर कार्रवाई करें …
यह घटना अक्षम्य है … pic.twitter.com/oi1M1aBOTg
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) January 12, 2025
कांग्रेस विधायक ने कार्रवाई की मांग की
झरिया की पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि कॉर्मल स्कूल डिगवाडीह में विद्यालय प्रबंधन की ओछी हरकत से हतप्रभ हूं. स्कूल के आखिरी दिन पेन डे का हमारी सबसे अच्छी यादों में स्थान होता और यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है.
प्रशासन द्वारा की गई मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना इन बच्चों के लिए आजीवन एक भयावह स्वप्न से कम नहीं है.
पूर्णिमा नीरज सिंह ने मामले में मुख्यमंत्री से संज्ञान लेने को कहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे सुनिश्चित करना चाहिए कि जिम्मेदार लोगों को कठोर दंड मिले.
कार्मल स्कूल , डिगवाडीह में विद्यालय प्रबंधन की ओछी हरकत से हतप्रभ हूँ।स्कूल के आख़िरी दिन पेन डे का हमारी सबसे अच्छी यादों में स्थान होता है और यह परंपरा अब पीढ़ियों से चली आ रही है। प्रशासन द्वारा की गई मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना इन बच्चों के लिए आजीवन एक भयावह स्वप्न से कम…
— Purnima Niraj Singh (@purnimaasingh) January 11, 2025
कार्मेल स्कूल में 10वीं की छात्राओं के साथ क्या हुआ
गौरतलब है कि धनबाद के डिगवाडीह स्थित कार्मेल स्कूल में प्रिंसिपल पर 10वीं की करीब 100 छात्राओं की शर्ट उतरवा दी.
उनको इनर वियर और ब्लेजर में घर जाने को मजबूर किया.
घटना के अगले दिन 25 छात्रायें अभिभावक के साथ समाहरणालय पहुंची और डीसी माधवी मिश्रा से मिलकर शिकायत दी. छात्राओं का कहना है कि स्कूल में पेन डे सेलिब्रेट कर रहे थे. प्रिंसिपल देवाश्री वहां पहुंची तो हमें डांटा. पुरुष शिक्षकों की मौजूदगी में हमारी शर्ट उतरवाई.
इनर वियर और ब्लेजर में ही घर जाने को मजबूर किया गया.
हमें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया. हमारे सम्मान के साथ खिलवाड़ किया. डीसी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुये तत्काल जांच टीम का गठन किया है. स्कूल प्रबंधन से भी पूछताछ की है. एसडीएम राजेश कुमार ने कहा कि जो भी दोषी होगा कार्रवाई होगी.
छात्राओं ने डीसी ने बताया कि घटनाक्रम से जुड़े सोशल मीडिया पोस्ट को हटाने के लिए टीचर्स ने धमकाया. प्रिंसिपल ने माफी मांगने को कहा. छात्राओं ने कहा कि वे प्री बोर्ड परीक्षा के
रिजल्ट और बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर तनाव में हैं.
विधायक रागिनी सिंह ने क,हा कि डीसी ने मामले में संज्ञान लिया है. वह जांच से संतुष्ट हैं. कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चियों के हक में लड़ाई लड़ेंगे. सीएम के पास भी जायेंगे. चूंकि, बोर्ड परीक्षा उसी स्कूल में देना है तो स्कूल प्रबंधन पर भरोसा नहीं रह गया है.
प्रशासन की जिम्मेदारी है कि परीक्षा अपनी निगरानी में कराये.