TFP/DESK : सॉफ्टवेयर इंजीनियर की आत्महत्या का मामला काफी तूल पकड़ लिया है. आखिर सुभाषा के साथ ऐसा क्या हुआ था जिससे परेशान होकर सुभाषा ने आत्महत्या कर ली. कैसे शुरू हुई थी ये पूरी कहानी. और सुभाष के सुसाइड करने के बाद इस पूरे मामले में अब क्या कुछ हुआ है. हम आपको इस आर्टकिल में बताएंगे.
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रही है. जिसमें एक शख्स आत्महत्या करने से पहले पुरानी कहानी बताया है. इस वीडियो में शख्स खुद का नाम सुभाष बताया है.
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वायरल वीडियो में सुभाष यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि “मुझे लगता है कि आत्महत्या कर लेनी चाहिए, क्योंकि मैं जो रूपए कमा रहा हूं उससे मेरे दुश्मन और मजबूत हो रहे हैं. उन्हीं रूपयों का इस्तेमाल मुझे बर्बाद करने के लिए किया जा रहा है. और यह चक्र यू हीं चलता रहेगा. मेरी ओर से चुकाए गए टैक्स से मिले पैसे से यह कोर्ट और पुलिस व्यवस्था मुझे, मेरे परिवार को और अन्य सज्जन लोगों को परेशान करेगी.”
सुभाषा ने आगे वीडियो में कहा कि उनकी मौत के बाद पत्नी और उसके परिवार को उनके शव के पास जाने की अनुमति न दी जाए. उन्होंने वीडियो में अपने परिजनों से कहा जब तक उनका कथित उत्पीड़न करने वालों को सजा नहीं मिल जाती तब तक वे उनके अस्थियों का विसर्जन न करे, सुभाष ने न्याय की मांग करने हुए अपने परिजनों से आग्रह किया कि यादि उसका उत्पीडन करने वालों को दोषी नहीं ठहराया जाता है तो वे उसकी अस्थियों को अदालत के नाले के बाहर फेंक दें.
वहीं अतुल सुभाषा की आत्महत्या के मामले ने देश में देहज प्रथा के मामलों में हो रहे शोषण और अदालती कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए है. अतुल सुभाष और उसके परिवार पर उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली पत्नी निकिता सिंघानिया ने कुल 9 केस दर्ज करवाए थे. हालांकि, इनमें से कई केस पत्नी ने यह कहकर वापस ले लिए कि उसे जानकारी नहीं है या वकील ने उसकी मर्जी के बिना केस फाइल किए थे.
अतुल ने मरने से पहले वीडियो जारी करते हुए 24 पन्नों का एक नोट भी जारी किया था. उस सुसाइडल नोट में सुभाष ने पत्नी निकिता सिंघानिया की तरफ से दर्ज कराई गई FIR के एक –एक आरोप पर मय सबूत के सफाई दी है.
अतुल सुभाष पर पत्नी ने कराया था केस दर्ज
अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया ने जौनपुर कोतवाली में 24 अप्रैल 2022 को क्राइम नंबर 115/2022 पर आईपीसी की धारा 498/ 323/ 504/ 506 और 3/4 दहेज प्रथा अधिनियम में एफआईआर दर्ज करवाई थी. एफआईआर में पति अतुल सुभाष मोदी के साथ अतुल की मां अंजू देवी, पिता पवन मोदी और छोटे भाई विकास मोदी को भी नामजद किया गया.
दर्ज कराई के एफआईआर में आरोप लगाए गए कि 26 अप्रैल 2019 को अतुल और निकिता सिंघानिया की शादी वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के हिंदुस्तान इंटरनेशनल होटल से हुई थी. एफआईआर में आरोप लगाया गया कि शादी के बाद से ही अतुल सुभाष और उसका परिवार 10 लाख रुपए दहेज में मांगने लगा था. पति शराब पीकर मारपीट करता था. पति-पत्नी के रिश्तों में हैवानियत की जाती थी.
नौकरीपेशा निकिता की सैलरी को पति अतुल सुभाष अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेता था. आरोपों में आगे था कि 16 अगस्त 2019 को सास और ससुर ने निकिता के जौनपुर में मायके जाकर 10 लाख रुपए मांगे, जिसके चलते अगले ही दिन 17 अगस्त 2019 को निकिता के पिता की मौत हो गई. लोगों के समझाने पर पति अतुल सुभाष पत्नी निकिता को बेंगलुरु लेकर आ गया. साथ में उसकी मां भी थी.
17 मई 2021 को अतुल ने सुबह निकिता और उसकी मां को मारपीट कर फ्लैट से बाहर निकाल दिया. पुलिस से शिकायत की गई. पुलिस ने कपड़े और डॉक्यूमेंट निकिता को दिलवाए, जिसके बाद निकिता अपनी मां और अपने बेटे को लेकर मायके चली आई. पुलिस थाने में दर्ज करवाई गई. इस FIR के बाद निकिता सिंघानिया और उसके बेटे के लिए 2 लाख महीना मेंटेनेंस का केस भी दायर किया गया.