BJP सांसद निशिकांत दुबे के सुप्रीम कोर्ट पर दिए गए विवादित बयान पर सियासी पारा चढ़ हुआ है. इसी बीच सांसद ने चुनाव आयुक्त पर भी टिप्पणी कर दी है. जिसके बाद से विपक्ष लगातार हमलावर है.
निशिकांत दुबे का बयान एक सांसद की ज़ुबान नहीं, एक तानाशाह के इशारे पर बोली गई नफ़रत है।
जब बीजेपी को संविधान से डर लगने लगे, तो समझिए देश अब तानाशाही की आग में झोंका जा रहा है। मंच बदलते हैं, स्क्रिप्ट वही रहती है—नफ़रत, ज़हर, और सत्ता की भूख।#NishikantDubey #BJPExposed… pic.twitter.com/B9z1JrLgHd
— Dipika Pandey Singh (@DipikaPS) April 21, 2025
वहीं निशिकांत के चुनाव आयुक्त पर दिए गए बयान पर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि निशिकांत दुबे का बयान एक सांसद की ज़ुबान नहीं, एक तानाशाह के इशारे पर बोली गई नफ़रत है.
मंत्री दीपिका ने बोला हमला
मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने एक्स पर लिखा यह है बीजेपी का असली चेहरा—जहां सांसद अपने मन से नहीं बोलते, बस वो पढ़ते हैं जो उन्हें “वहाँ से” लिखकर दिया जाता है.
यह है बीजेपी का असली चेहरा—जहाँ सांसद अपने मन से नहीं बोलते, बस वो पढ़ते हैं जो उन्हें “वहाँ से” लिखकर दिया जाता है।
निशिकांत दुबे का यह बयान कि “आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुसलमानों के आयुक्त थे”, केवल उनका निजी बयान नहीं है—यह उनके राजनैतिक आका की कुंठा, निराशा और तानाशाही की लालसा… pic.twitter.com/O6SCEDRJS8
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निशिकांत दुबे का यह बयान कि “आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुसलमानों के आयुक्त थे”, केवल उनका निजी बयान नहीं है—यह उनके राजनैतिक आका की कुंठा, निराशा और तानाशाही की लालसा का मुखर प्रदर्शन है. सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणियों से बौखलाए हुए हैं.
बीजेपी को कौन अपना दुश्मन नजर आता है?
लोकतंत्र की राह में जो भी दीवार बनता है, वो बीजेपी को दुश्मन नज़र आता है—चाहे वो न्यायपालिका हो, संविधान हो, या एक निष्पक्ष चुनाव आयोग. जब संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम कर अल्पसंख्यकों के खिलाफ ज़हर बोला जाता है, तो समझ जाइए—देश को फासीवादी दलदल में धकेलने की योजना अंतिम चरण में है.
यह कोई साधारण हमला नहीं है. यह सीधे-सीधे संविधान, धर्मनिरपेक्षता और न्याय की नींव पर हमला है। आज अगर हम चुप रहे, तो कल बोलने की आज़ादी भी नहीं बचेगी.
BJP ने निशिकांत के बयान से झाड़ा पल्ला
गौरतलब है कि बीते दिनों निशिंकात दुबे के सुप्रीम कोर्ड पर दिए गए बयान से भाजपा ने अपना पल्ला झाड़ लिया था.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर पोस्ट कर खुद कहा था कि निशिकांत दुबे का सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई पर दिए गये बयान से कोई इत्तेफाक नहीं रखती है. निशिकांत दुबे का यह व्यक्तिगत बयान हो सकता है. भाजपा कभी भी इस तरह के बयान देने का निर्देश नहीं देती है ना ही कभी समर्थन करती है.