बिहार में अगले साल यानी 2025 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यभर का दौरा करने वाले हैं. हालांकि नीतीश की यह यात्रा 15 दिसंबर को प्रस्तावित थी लेकिन कुछ कारणों से ये स्थगित कर दी गई,पहले इस यात्रा का नाम महिला संवाद यात्रा रखा गया था. लेकिन इस नाम पर बिहार की सियासत में बवाल मच गया और अब यात्रा को एक नया नाम दिया गया है.
अब प्रगति यात्रा होगा नाम
रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब प्रगति यात्रा पर निकलेंगे, जिसका पहला चरण 23 से 28 दिसंबर तक चलेगा.यात्रा का आगाज पश्चिमी चंपारण से होगा. 24 को पूर्वी चंपारण, 26 को शिवहर, सीतामढ़ी, 27 को मुजफ्फरपुर और 28 को वैशाली में प्रगति यात्रा निकलेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर पहले ही आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने विवादित बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार यात्रा करने के बहाने अपनी आंख सेंकने जा रहे हैं। वे वहां सिर्फ आंख सेकेंगे.
तेजस्वी यादव ने क्या कहा
वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस यात्रा के खर्चो को लेकर सरकार पर सवाल उठाए थे.अब एख बार फिर सरकार पर हमला बोला है.
तेजस्वी यादव ने अपने पोस्ट में लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा और महिलाओं के नाम पर सोशल मीडिया इत्यादि पर प्रचार-प्रसार के लिए 104 करोड़ चाय-पानी और अल्पाहार के लिए 114 करोड़ रुपये सरकार के खजाने से अलट-पलट वाली छवि को सुधारने में खर्च करेंगे. इसके अलावा 150 करोड़ एक पीआर कंपनी को भी दिया जाएगा.
तेजस्वी यादव ने कहा कि- हमारे दस लाख सरकारी नौकरियों के प्रण पर हमसे ये पूछने वाले शख्स ने कि पैसा कहां से लाएगा? नौकरियों के लिए पैसा क्या बाप के घर से लाएगा? वही शख़्स गरीब राज्य के खजाने का 225,7800000 से अधिक अब अपनी बिगड़ी छवि सुधारने के प्रयास, प्रलोभन देने, सोशल मीडिया और चाय-पानी पर खर्च कर रहे हैं.