झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बेकन फैक्ट्री को फिर से खोलने की प्रक्रिया के तरफ कदम आगे बढ़ा लिया है. मंत्री ने जानकारी दी है कि रांची की बंद पड़ी बेकन फैक्ट्री को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया तेज़ हो गई है और इसके लिए जल्द ही एक MoU साइन किया जाएगा.
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने क्या कहा
उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड में शूकर पालन से जुड़े लोगों की संख्या काफी अधिक है, और कभी इस फैक्ट्री से जुड़े कर्मी प्रशिक्षण के लिए डेनमार्क तक जा चुके थे.
मत्स्य पालन और पर्ल कल्चर को बढ़ावा
मंत्री तिर्की ने कहा कि झारखंड में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड से सहयोग लिया जा रहा है. केंद्र सरकार ने पर्ल कल्चर के लिए हजारीबाग ज़िले को चुना है और राज्य के 100 किसानों को प्रशिक्षण के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसके लिए सीआईएफए भुवनेश्वर में किसानों और विभागीय अधिकारियों को भेजा जाएगा.
मोटे अनाज के उतपादन को किया जाएगा प्रोत्साहित
राज्य में मोटे अनाज के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च के मॉडल को अपनाया जाएगा. मंत्री ने कहा कि गठबंधन सरकार किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए 3000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दे रही है, जिससे उत्पादन में दोगुनी वृद्धि दर्ज की गई है.
रांची के सी पार्क से जुड़े महिला समूहों और एफपीओ को मिलेट आधारित उत्पादों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. इसके लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च से प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है.