क्या श्वेता सिंह की अब और बढ़ने वाली है मुश्किलें, क्या बोकारो विधायक श्वेता सिंह की खत्म हो जाएगी विधायकी.
दरअसल, ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि विधायक श्वेता सिंह का फर्जी पैन कार्ड का मामला अब मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पास पहुंच गया है. इससे पहले इस मामले को लेकर राजभवन में भी लिखित शिकायत की गई साथ ही विधायक पर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई.
DC ने जांच कर सौंपी रिपोर्ट
कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह के दो अगल- अगल पैन कार्ड का मामला अब और भी तूल पकड़ने लगा है. अब बोकारो डीसी जाधव विजया नारयण राव ने विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ मिली शिकायत पर प्रारंभिक जांच कर मुख्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है.
शिकायत में कहा गया है कि श्वेता सिंह ने शपथपत्र में बीएसएल द्वारा आवंटित आवास का नो ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं जोड़ा और चार वोटर आईडी कार्ड व दो पैन कार्ड का उपयोग किया है. और जांच में यह पाया भी गया कि उनके पास दो पैन नंबर हैं, एक रामगढ़ (CWTPS5392A) और दूसरा गुरुग्राम (CECPS8218E) से जारी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुग्राम वाले पैन से कभी रिटर्न फाइल नहीं हुआ, लेकिन रामगढ़ वाले पैन नंबर से रिटर्न फाइल किया गया है. इसके अलावा, श्वेता सिंह पर बोकारो स्टील सिटी में आवंटित क्वार्टर का 45 हजार रुपये से अधिक का बकाया है, जबकि उन्होंने अपने शपथपत्र में किसी भी सरकारी बकाया होने से इनकार किया था.
राजभवन पहुंचा मामला
वहीं शनिवार को विधायक श्वेता सिंह के फर्जी पैन कार्ड का मामला सामने आने के बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल भी राजभवन पहुंचा
भाजपा के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल संतोष गंगवार से मुलाकात कर विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ लिखित शिकायत की.
जिसमें राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में बोकारो विधायक श्वेता सिंह पर गैर कानूनी कार्य करने, विधानसभा के नामांकन पत्र भरने के समय सूचना छुपाने, BSL (HSCL POOL) के द्वारा आवंटित क्वाटर का No Dues Certificate संलग्न नहीं कर के गलत जानकारी शपथ पत्र के साथ देने, और चार वोटर आईडी कार्ड रखने तथा दो पैन कार्ड रखने संबंधित आरोप लगाए गए हैं.
बता दें कि भाजपा के इस प्रतिनिधिमंडल की ओर से राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, रांची विधायक सीपी सिंह, बोकारो से भाजपा के पूर्व विधायक बिरंची नारायण एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद मौजूद रहे.
वहीं राज्यपाल से मिलकर प्रतिनिधिमंडल ने उक्त प्रकरणों की निष्पक्ष जांच कराने और भारत निर्वाचन आयोग एवं आयकर विभाग द्वारा निर्धारित नियमों, दिशानिर्देशों एवं संबंधित विधिक प्रावधानों के अंतर्गत आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के लिए पहल करने का आग्रह किया.
कब हुआ खुलासा
गौरतलब है कि बोकारो से कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह के नाम पर दो पैन कार्ड होने की बात सामने आई. जिसमें दोनों ही पैन कार्ड में उनके पिता का नाम अलग-अलग दिया हुआ है. इनमें से एक पैन कार्ड जो रामगढ़ से बना उसमे पिता का नाम संग्राम सिंह दर्ज है. तो वहीं गुरुग्राम से बने पैन कार्ड में श्वेता के पिता का नाम दिनेश कुमार सिंह लिखा है.
इसके अलावे पैन कार्ड मामले में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक विधानसभा चुनाव के दौरान हलफनामे में पति के नाम के सामने संग्राम सिंह लिखा हुआ है. वहीं यह नाम एक पैन कार्ड में पिता के सामने लिखा हुआ है. असल में संग्राम सिंह श्वेता सिंह के पति हैं.
नाम की स्पेलिंग भी अलग दर्ज
जानकारी के अनुसार, विधायक के दोनों ही पैन कार्ड में उनके नाम की स्पेलिंग भी अलग –अलग दिए हुए है. एक पैन कार्ड पर नाम SHWETA SINGH लिखा है. वहीं, दूसरे कार्ड पर SHWETTAA SINGH लिखा है.
पैन कार्ड पर पति का नाम दर्ज करने का नहीं है प्रावधान
गौरतलब है कि आयकर नियमों के मुताबिक पैन कार्ड में पति का नाम दर्ज करने का कोई प्रावधान नहीं है. पैन कार्ड में हमेशा धारक को अपने पिता का नाम लिखना होता है. ऐसे में विधायक श्वेता सिंह सवालों के घेरे में घिरती हुई जा रहा है. और अब इस मामले की जांच कर बोकारो डीसी ने भी मुख्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है.