झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा द्वारा शानिवार को मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया. जिसमें मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जंयती को झारखंड आंदोलनकारी दिवस घोषित करने की बात कही गयी है.
मुख्यमंत्री को ज्ञापन सोंपते हुए झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि मारंग गोमके जयपाल सिंह ने वर्ष 1939 ई. में झारखंड अलग राज्य आंदोलन का आगाज किया था व 1942 कांग्रेस के अधिवेशन में झारखंड अलग अलग का राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया था. इससे झारखंड अलग राज्य आंदोलन को राजनीतिक पहचान देने की कोशिश की थी. इसके बाद ही झारखंड अलग राज्य का आंदोलन में उबाल आता गया और देश आजादी के बाद वे संविधान सभा के सदस्य बने तथा प्रथम चुनाव में ही मारंग गोमके जयपाल सिंह को जबरदस्त पहचान मिली.
आगे उन्होने कहा कि झारखंड अलग राज्य का मुद्दा राजनीतिक मानचित्र में उभर कर सामने आया था. पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड में आंदोलनकारी पार्टी की सरकार है. इस सरकार में मारंग गोमके जयपाल सिंह की जंयती 3 जनवरी की झारखंड आंदोलनकारी दिवस घोषित करते हुए राजकीय स्तर पर मनाया जाए व मरांग गोमके जयपाल सिंह को सरकार ऐतिहासिक सम्मान देने का काम करे.