झारखंड के 6 लाख से ज्यादा पेंशनधारियों को 6 महीने से पेंशन की राशि नहीं मिलने का दावा किया जा रहा है.
सर्वजन पेंशन योजना के तहत झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार बुजुर्गों, दिव्यांगों, महिलाओं और एकल महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की राशि देती है. हालांकि, लाभुकों की शिकायत है कि उनको कई महीने से पेंशन की राशि नहीं मिली है.
हालात ऐसे हैं कि लोग सामाजि सुरक्षा विभाग के कार्यालय और प्रखंड सह अंचल कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं.
वे जानना चाहते हैं कि उनको पेंशन की राशि क्यों नहीं मिल रही लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा. विधानसभा चुनाव के समय भी सर्वजन पेंशन योजना के लाभुकों ने ऐसी शिकायत की थी.
लाभुकों को पेंशन नहीं मिलने से बढ़ी परेशानी
दावा है कि पेंशनधारी लाभुकों का कहना है कि पैसे नहीं मिलने से उनके सामने कई तरह का संकट है. कई बुजुर्ग वैसे हैं जो अपने बच्चों से अलग रहते हैं. ऐसे में उनके सामने भोजन का संकट पैदा हो गया है.
कई लोग वैसे हैं जो राशन दुकान से उधार लेते थे लेकिन महीनों पेंशन नहीं मिलने से यह भी मिलना बंद हो गया.
बुजुर्ग अपनी दवाइयां नहीं खरीद पा रहे हैं. विधवा महिलाओं को आजीविका चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. लाभार्थियों में सरकार को लेकर नाराजगी है. एक स्थानीय न्यूज वेबसाइट से बातचीत में विधवा पेंशनधारी ने कहा कि वह अपने बच्चे की ट्यूशन फीस नहीं भर पा रही है.
उसने कहा कि सक्षम महिलाओं को सरकार 2500 रुपये प्रतिमाह दे रही है लेकिन हम जैसी विधवा महिलाओं को 1000 रुपये दिए जाते हैं. वह भी कई महीनों से नहीं मिला.
भाजपा ने हेमंत सरकार पर लगाये गंभीर आरोप
भाजपा भी सरकार पर सर्वजन पेंशन योजना के लाभुकों की कीमत पर मंईयां सम्मान देने का आरोप लगाती है.
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज भी एक विधवा महिला का वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि मंईयां सम्मान की कीमत पर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार समाज के अन्य वर्गों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार कर रही है.
अमर बाउरी भी आरोप लगा चुके हैं कि मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को 2500 रुपये देने के लिए राज्य सरकार ने सर्वजन पेंशन योजना के लाभुकों की राशि रोक दी है. बाबूलाल मरांडी कहते हैं कि बिना किसी उचित वित्तीय प्रबंधन के सरकार ने मंईयां सम्मान योजना संचालित की है.
बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर क्या बोलीं मंत्री दीपिका पांडेय सिंह
गौरतलब है कि सर्वजन पेंशन योजना को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा पूछे गये सवाल पर हेमंत कैबिनेट मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा था कि वह यही सवाल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की भाजपा सरकारों से क्यों नहीं पूछते?
दीपिका पांडेय सिंह सहित कई अन्य मंत्रियों ने सर्वजन पेंशन योजना के लाभुकों को पैसा नहीं मिलने के आरोपों को सिरे से नकार दिया है.
हेमंत सरकार कहती है कि यह केवल विपक्ष द्वारा सरकार को बदनाम करने की साजिश है. हालांकि, इस बीच कई जिलों में प्रखंड कार्यालय और सामाजिक सुरक्षा विभाग के दफ्तर में पेंशनधारियों का शिकायत लेकर आना जारी है.