बिहार से अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां लंबे समय से भारतीय रेलवे को लोको पायलट बनकर फ्री में सफर कर रहा था. लेकिन बीते रविवार को इसका खुलासा होने के बाद उसे रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. हालांकि युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
युवक धनबाद ITI में करता है पढ़ाई
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार युवक की पहचान विकास कुमार के रूप में हुई है, जो बिहार के जमुई जिले का रहने वाला है. वर्तमान में वह आसनसोल में रहकर धनबाद के एक ITI कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है. उसने पूछताछ में बताया कि वह कॉलेज आने-जाने के लिए ट्रेन से यात्रा करता है और किराया बचाने के लिए खुद को रेलवे कर्मचारी दिखाने लगा.
फर्जीवाड़े का कैसे किया था प्लानिंग?
पुलिस की पूछताछ में विकास ने खुलासा किया कि उसने ऑनलाइन या स्थानीय दुकानों से रेलवे का रिबन 30 रुपये में खरीदा था और कॉलेज की ड्रेस पहनकर उसे रेलवे यूनिफॉर्म का रूप दे दिया. इसके अलावा, उसने खुद से एक फर्जी रेलवे ID कार्ड भी बनवाया जिससे वह टीटी और अन्य स्टाफ को गुमराह करता था.
टीटी ने RPF को दी जानकारी
मीडिया रिपोट्स के अनुसार बीते रविवार रात वह जीरोमाइल स्टेशन से लौटकर भागलपुर स्टेशन पहुंचा था और अगली ट्रेन पकड़ने की तैयारी में था. तभी प्लेटफार्म पर मौजूद टीटी की नजर उसके गले में लटके फर्जी रिबन और ID कार्ड पर पड़ी. शक होने पर टीटी ने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को सूचित किया.
इधर, RPF ने मौके पर ही युवक को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसके झूठ की परतें खुलने लगीं. उसके पास से फर्जी ID कार्ड, कॉलेज की ड्रेस और रेलवे का रिबन बरामद किया गया है. फिलहाल आरपीएफ की टीम उससे यह पता लगाने में जुटी है कि वह कब से इस तरह का फर्जीवाड़ा कर रहा था और क्या इसमें कोई अन्य लोग भी शामिल हैं.
मामला सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप
वहीं इस घटना का सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया है. सवाल यह भी उठ रहे हैं कि अगर कोई इतना आसानी से फर्जी पहचान पत्र और यूनिफॉर्म के सहारे रेलवे कर्मचारी बन सकता है, तो सुरक्षा की व्यवस्था कितनी लचर है.