Ranchi : गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति और जनजाति में आरक्षण कोटे पर फैसला सुनाया था. जिसमें कहा सभी राज्यों को अब एसटी- एससी आरक्षण में सब कैटेगरी बनाने का अधिकार है. वहीं अब राजनीतिक गालियारों से लेकर सोशल मीडिया पर बवाल छिड़ गया है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित समाज एकजुट होकर फैसले के विरोध में भारत बंद का भी आव्हान कर दिया है. बता दें कि सोशल मीडिया एक्स पर हैशटैग 21 अगस्त भारत बंद काफी ट्रेड कर रहा है, सभी दलीत आदिवासी नेताओं का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला भेदभावपूर्ण है.
गौरतलब है कि गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया. सात जजों के बेंच ने ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश मामले में 2004 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अब राज्य एसएसी-एसटी आरक्षण में सब कैटेगरी बना सकते हैं. माने कोटे में कोटा.इसके साथ ही अदालत ने अपने फैसले में एससी-एसटी आरक्षण में क्रीम लेयर का भी समर्थन किया है.
वहीं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के विरोध में ही दलित संगठन और दलितों की राजनीति करने वाले दल एकजुट हो रहे हैं.