पिछले करीब ढाई साल से हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में नई सरकार का गठन होगा. यहां जल्द ही राष्ट्रपति शासन का अंत होगा. बुधवार को 10 विधायकों ने राजभवन जाकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी के 10, एनपीपी के 1 और 1 निर्दलीय विधायक शामिल है. गौरतलब है कि हाईकोर्ट द्वारा मैतेयी समुदाय को एससी का दर्जा दिए जाने के बाद मणिपुर में हिंसा भड़क गयी थी. मैतेयी और कुकी समुदाय के बीच हिंसक झड़प में सैकड़ों लोगों ने जान गंवाई और लाखों लोगों को राहत कैंपों में शरण लेना पड़ा. हिंसा के बीच ही 9 फरवरी 2025 को प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. अब बीजेपी ने एनपीपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से मणिपुर में सरकार बनाने का दावा पेश किया है.