आज झारखंड में हेमंत कैबिनेट का विस्तार हो गया है, 28 नवंबर को सीएम हेमंत सोरेन के शपथ के बाद राज्यवासियों को बेसब्री से इस दिन का इंतेजार था. हालांकि हेमंत कैबिनेट को लेकर कई तरह के आकलन किए गए लेकिन आधिकारिक सूची ने सबको चौंका दिया, इस कैबिनेट में कई पुराने चेहरों को हटाकर नए चेहरों पर दांव लगाया है. जिसमें एक नया नाम छत्तरपुर से नवनिर्वाचित विधायक राधाकृष्ण किशोर का है. राधाकृष्ण किशोर को हेमंत कैबिनेट में जगह मिल गई है. उन्हें विभाग के मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है.
राधाकृष्ण किशोर की झारखंड की राजनीति में एक अलग पहचान है वो पहचान है सबसे ज्यादा दल बदलने वाले नेता के रुप में. जी हां राधा कृष्ण किशोर अब तक 5 बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं. 3 बार कांग्रेस, एक बार जदयू और एक बार बीजेपी के टिकट से छतरपुर से विधायक बन चुके हैं. झारखंड अलग राज्य बनने से पहले बिहार विधानसभा में राधा कृष्ण किशोर साल 1980, 1985 और 1995 में छतरपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज कर चुके हैं.
राधाकृष्ण किशोर का सियासी सफर
2005 के झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर JDU का हाथ थामा और छत्तरपुर से विधायक बने. 2009 के चुनाव में उन्होंने JDU छोड़कर कांग्रेस में वापसी की,2009 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़े लेकिन इस बार वे तीसरे नंबर पर रहे. चुनाव में हार के बाद राधाकृष्ण किशोर ने 2014 के चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर लिया, भाजपा की सिंबल से चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बने. बीजेपी में उन्हें मुख्य सचेतक का पद भी दिया गया। लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राधाकृष्ण किशोर का टिकट काटकर पुष्पा देवी पर भरोसा जताया. टिकट नहीं मिलने से नाराज राधाकृष्ण किशोर ने AJSU का दामन थाम लिया चुनाव लड़े हालांकि तीसरे नंबर पर रहे। चुनाव में हार के बाद,एक बार फिर उन्होंने पार्टी बदलने की सोची और राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद ज्वाइन कर लिया। लेकिन 2024 के चुनाव से भी पहले उन्होंने कांग्रेस में अपनी घर वापसी करा ली. नतीजतन कांग्रेस ने उन्हें छत्तरपुर से अपना उम्मीदवार बनाया और वो एक बार फिर कांग्रेस की टिकट से जीत दर्ज कर चुके हैं.
बने उत्कृष्ठ विधायक
अब हेमंत कैबिनेट में उन्हें मंत्री बनाया गया है. पलामू क्षेत्र के दिग्गज नेताओं में शुमार राधा कृष्ण किशोर झारखंड गठन से पहले बिहार विधानसभा और फिर झारखंड विधानसभा के उत्कृष्ट विधायक का सम्मान भी पा चुके हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की है. 1973 में कला गणेश लाल अग्रवाल कॉलेज डाल्टेनगंज से मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की है. उनके खिलाफ किसी भी तरह की आपराधिक मामले नहीं रिकॉर्ड में नहीं हैं.
पलामू की जनता की राधा कृष्ण किशोर से काफी आशाएं हैं. अब राधा कृष्ण किशोर पमामू की जनता की उम्मीदों पर कितने खरे उतर पाते हैं ये तो वक्त पर ही पता चलेगा.