हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन खुद को भगवान के समतुल्य समझने लगे हैं. उनका आचरण युवाओं के प्रति ऐसा है कि आप प्रार्थना कर सकते हैं. अगर मन हुआ तो दूंगा वरना दूसरे दिन फिर मंदिर आकर मांगिए. विरोध करेंगे तो लाठी मिलेगी.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि आक्रोश रैली में पहुंचे युवा रोजगार मांग रहे थे लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग किया. आंसू गैस के गोले दागे. लाठी और पत्थर से मारा.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड में सरकार नहीं बल्कि तानाशाही चल रही है जिसका सबूत है 12,000 अज्ञात लोगों पर केस.
हिमंता बिस्वा सरमा ने लगाए गंभीर आरोप
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि 5 लाख सरकारी नौकरी का वादा हेमंत सरकार ने किया था. हेमंत सरकार ने कहा था कि फ्री बालू देंगे. अब क्यों नहीं दे रहे? जनता जवाब मांग रही है तो पुलिस पीटती है. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मैंने बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया तो हेमंत सरकार नाराज हो गई.
अब रांची से एक एमबीबीएस डॉक्टर को अलकायदा इंडियन सब-कॉन्टिनेन्टल नाम के संगठन से जुड़ा था और जिहाद करने की साजिश कर रहा था.
हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद भी हेमंत सरकार घुसपैठ पर गंभीर नहीं है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने पूछे कई सवाल
सह चुनाव प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मैंने जीवन में बहुत संघर्ष देखा है. हम 30 साल से असम में उल्फा उग्रवादियों से लड़ रहे हैं लेकिन कभी ऐसी बैरिकेडिंग नहीं देखी. बैरिकेडिंग के ऊपर कंटीले तार लगाए.
बाबूलाल मरांडी के संबोधन के दौरान आंसू गैस के गोले दागे गये. 12 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. मैं जानना चाहता हूं कि ये 12,000 लोग कौन हैं. सरकार अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर युवाओं को ब्लैकमेल करना चाहती है. कल कहीं भी विरोध की आवाज उठेगी तो इसी केस के आधार पर गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि गैर-जमानती धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
23 अगस्त को आयोजित हुई युवा आक्रोश रैली
गौरतलब है कि 23 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी ने रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में युवा आक्रोश रैली का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, रांची विधायक सीपी सिंह, विधायक भानुप्रताप शाही, मनीष जायसवाल, नीरा यादव सहित पार्टी के कई पदाधिकारी शामिल हुए.
मोरहाबादी मैदान में सभा के बाद बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास की ओर रैली की शक्ल में जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन रांची जिला प्रशासन ने पहले ही बैरिकेडिंग और कंटीले तार लगा रखे थे.
बीजेपी कार्यकर्ताओं को सीएम आवास की ओर जाने से रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. आंसू गैस के गोले दागे. टीयर गैस चलाया. वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया.
59 नामजद और 12,000 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शिबू सोरेन के आवास और ऑक्सीजन पार्क के सामने बैरिकेडिंग तोड़ दिया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी के आरोप लगाए.
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भारत माता के नारे लगाकर जवानों को पत्थर मारे. इस पर सख्त एक्शन लेंगे.
बाद में पुलिस ने बाबूलाल मरांडी सहित 59 नामजद और 12,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया.