झारखंड सरकार कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अच्छी पहल करने जा रही है. अब छात्रों के ले जल्द ही ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप योजना शुरू करनी की तैयारी में है.
इस योजना के तहत स्टूडेंट्स गांवों में जाकर इंटर्नशिप करेंगे. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर विभागीय मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने मंजूरी दे दी है.
इससे संबंधित प्रस्ताव को अगले कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद यह योजना लागू हो जाएगी.
इस योजना के तहत स्टूडेंट्स राज्य की संस्कृति, खान-पान, चिकित्सा, कला ओर संगीत की विशिष्टता की मैपिंग करेंगे। इससे राज्य की प्रथाओं, पहचान रिकॉर्ड करने और उसका विश्लेषण करने के लिए व्यवस्थित तंत्र बनेगा.
इन नीति के तहत यह प्रस्ताव तैयार किया गया
बता दें कि नई शिक्षा नीति-2020 के तहत छात्रों के लिए अनिवार्य इंटर्नशिप के आधार पर यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें जमीनी स्तर पर समाज की समस्या और जरूरतों की पहचान की जाएगी. झारखंड में इंटर्नशिप के तहत शिक्षा, पर्यावरण, तकनीक, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र में भी काम होंगे.
राज्य सरकार विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं और विभागों के साथ मिलकर इंटर्नशिप कार्यक्रम चलाएगी. इसके तहत छात्र ग्रामीणों से सीखेंगे कि कम परिश्रम में कैसे ज्यादा से ज्यादा काम हो.
इस योजना के तहत हर साल 17,380 छात्रों को प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा. यह कार्यक्रम गर्मी की छुट्टी के दौरान आठ सप्ताह तक चलेगा. योजना का विस्तार राज्य के सभी पंचायतों में होगा. पंचायतों के जमीनी स्तर के नवाचार और स्थानीय जरूरत की पहचान करने के लिए चार प्रशिक्षुओं का एक समूह बनेगा.
यह सभी 4345 पंचायतों से जुड़ेगा. इंटर्नशिप के लिए हर समूह का नेतृत्व मेंटोर करेंगे, जो रजिस्ट्रार या प्रिंसिपल द्वारा नामित होगा. एक मेंटोर के तहत चार प्रशिक्षकों का अधिकतम पांच समूह होगा.
योजना का उद्देश्य क्या है?
इस प्रस्ताव में कहा गया है कि ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप योजना झारखंड के लिए महत्वपूर्ण पहल है. इसका उद्देश्य स्थानीय समुदायों की समस्याओं का समाधान करने के लिए रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना है. यह योजना खासकर उन छात्रों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, जो ग्रामीण इलाकों में काम करने, सामाजिक बदलाव लाने और नए विचारों के साथ समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने में रुचि रखते हैं.
कितने दिन का होगा इंटर्नशिप?
यह इंटर्नशिप आठ सप्ताह का होगा. इसमें राज्य के निजी व सरकारी विश्वविद्यालय और उसके अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों के छात्रों को इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा. इस दौरान चयनित छात्रों को 10 हजार रुपए का स्टाइपेंड भी मिलेगा। यह राशि पांच-पांच हजार रुपए की दो किस्तों में दी जाएगी.
ट्रेनर को मिलेगा 10-10 हजार रुपए
वहीं ट्रेनर को 10-10 हजार रुपए के दो किस्तों में 20 हजार रुपए मिलेंगे. आठ सप्ताह के इस इंटर्नशिप योजना के तहत छात्रों को कम से कम छह सप्ताह तक क्षेत्र भ्रमण करना अनिवार्य होगा.