रामगढ़ जिले के रजरप्पा में एक बंद पडी कोयला खदान में भीषण आग लगने की खबर सामने आई है. आगे लगने के बाद पूरे इलाके में घना काला धुआं छा गया. बता दें कि सोमवार को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी.
वहीं स्थानीय लोगों ने प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड यानि सीसीएल को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया साथ ही आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले ही जब जमीन के नीचे मामूली आग लगी थी तब इसकी शिकायत की गई थी लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया था.
डीसी चंदन कुमार ने क्या कहा?
वहीं डीसी चंदन कुमार ने बताया कि आग बुझाने के लिए एक टीम को भेज दिया गया है. आगे कहा कि आग पर काबू पाने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि चितरपुर प्रखंड के घनी आबादी वाले भुचुंगडीह गांव तक आग पहुंचने से पहले उसे नियंत्रित कर लिया जाएगा.
डीसी ने आगे यह भी कहा कि हम आग पर नजर रखे हुए हैं. हमारे अधिकारी आग बुझाने की उपायों को ढूंढने के लिए सीसीएल के खनन विशेषज्ञों से सलाह भी ले रहे हैं.
“खाली करना पड़ सकता है पूरा गांव”
इधर, भुचुंगडीह गांव के निवासियों का कहना है कि अगर आग पर तुरंत काबू नहीं पाया गया तो यहां के ग्रामीणों को अपने घरों को छोड़कर जाना पड़ेगा. भुचुंगडीह में करीब 10 हजार लोग रहते हैं.
वहीं इस बारे में गांव के जीवन महतो ने बताया कि आग अभी गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर है. आगे बताया कि कुछ दिन पहले ही हमने जमीन के नीचे आग देखी थी और इसकी जानकारी सीसीएल के अधिकारियों को भी दी थी. लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की.