Ranchi: रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को ईडी ने समन भेजकर आज यानी 21 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था. बता दें कि छवि रंजन से सेना जमीन खरीद बिक्री में जो गड़बड़ी हुई है, उसको लेकर पूछताछ होनी थी. जिसे लेकर आज छवि रंजन को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 11:30 बजे हाजिर होना था. लेकिन आज वो उपस्थित नहीं हो पाए. उन्होंने ईडी से दो हफ्ते का समय मांगा है.
ईडी ने उनकी मांग को खारीज करते हुए शाम 4 बजे तक ईडी कार्यालय पहुंचने का समय दिया था. लेकिन वो नहीं पहुंचे. छविरंजन से जब पत्रकारों ने फोन कर इस बारे में पुछा तो उन्होने कहा कि वो झारखंड से बाहर हैं.
क्या है पूरा मामला
ED की यह कार्रवाई जमीन की गलत रजिस्ट्री, गलत म्युटेशन और जमीन के हेर-फेर से जुड़ा है. बरियातू में सेना की जमीन खरीद बिक्री मामले में IAS छवि रंजन के अलावा कई सीओ, सीआई और जमीन कारोबारी के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की थी. बता दें कि गुरुवार यानी 13 अप्रैल की सुबह ED की टीम IAS छवि रंजन समेत अन्य लोगों के कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसमें रांची, जमशेदपुर, सिमडेगा, हजारीबाग, कोलकाता और बिहार का गोपालगंज शामिल है. आईएएस छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं.
इस जमीन फर्जीवाड़े का पर्दाफाश पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है. सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के शख्स ने फर्जी रैयत बनकर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेची थी.सेना की जमीन खरीद बिक्री मामले में ईडी की पहली छापेमारी के बाद रांची के तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन डरे सहमे हुए थे.