Ranchi : भाजपा अगले कुछ दिनों में अपनी पहली लिस्ट जारी कर सकती है. वहीं लिस्ट से पहले कई नेताओं के नाम सामने आये है जिनका टिकट लगभग तय माना जा रहा है, आखिर वे कौन सी सीट हैं जानेंगे आज, साथ ही आपको बताएंगे कि आखिर क्यों बाबूलाल मरांडी को समान्य सीट पर चुनाव लड़ना चाह रही है.
हिन्दी दैनिक अखबार दैनिक भास्कर में छपी खबर के मुताबिक बाबूलाल मरांडी राजधनवार से चुनाव लड़ेगे साथ ही शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन जामताड़ा से. इसके अलावे 12 सीटों पर भी उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन गई है. जिसके बाद एक या दो अक्टूबर को चुनाव समिति की बैठक होगी जिसमे 40 -45 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होगी.
14 नामों पर बनी सहमति
रिपोर्ट्स की मुताबिक जिन 14 नामों पर सहमित बन गई है. उनमें दुमका : लुईस मरांडी, शिकारीपाड़ा : परितोष सोरेन, जामा : सुनील सोरेन, खूंटी : नीलकंठ सिंह मुंडा, सरायकेला : चंपाई सोरेन, जगन्नाथपुर : गीता कोड़ा, सिसई : अरुण उरांव, घाटशिला : बाबूलाल सोरेन, बाबूलाल सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बेट है और इनकी चर्चा पहली से ही हो रही थी कि भाजपा इन्हे घाटशिला से टिकट दे सकती है. इसी कड़ी में हम आगे बढ़ते है.
गुमला में मिसिर कुजूर, राजमहल में अनंत ओझा, गोड्डा में अमित मंडल, भवनाथपुर : भानु प्रताप शाही के नाम शमिल है और जैसा कि मैंने शुरूआत में ही बताया कि बाबूलाल मरांडी राजधनवार तो सीता सोरेन जामताड़ा से चुनाव लड़ेगी. इन सभी नामों पर सहमति बन गई है.
सीता सोरेन इस वजह से ST सीट से नहीं लड़ सकती चुनाव
बहरहाल, सीता सोरेन की बात करें कि वो एसटी आरक्षित सीट से क्यों नहीं लड़ सकती तो ये भी हम आपको बताते है, दरअसल सीता सोरेन मूल रूप से ओडिशा की है, और इस वजह से सीता सोरेन आदिवासी सीट से चुनाव नहीं लड़ सकतीं. इसलिए भाजपा ने उन्हें सामान्य सीट जामताड़ा से चुनाव मैदान में उतारने का मन बनाया है.
वहीं बाबूलाल की बात करें तो, राजधनवार से बाबूला मरांड विधायक है और इस सीट से प्रत्याशियों के नाम में उनका नाम सबसे उपर है. इसलिए उन्हें पार्टी इस सीट से ही उम्मीदवार बनाना चाह रही है. हालांकि इससे पहले मरांडी के दुमका से चुनाव लड़ने पर चर्चा हुई थी.
लेकिन ऐसे में लुईस मरांडी और सुनील सोरेन में से किसी का टिकट कट जाता. इसी बीच पार्टी ने ये भी तय किया है कि प्रदेश अध्यक्ष होने के कारण बाबूलाल अपनी पसंद की सीट से चुनाव लड़ सकते है.
हिमंता ने भी दे दिया सकेंत
आपको बता दें कि शनिवार को ही भाजपा चुनाव सह प्रभारी ने संकेत दे दिया है कि विधानसभा चुनाव को लेकर 99 प्रतिशित सीट शेयरिंग पर बात हो गई है, बहुत जल्द माने पितृ पक्ष समाप्त होते ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो जाएगी.
पहली लिस्ट में भाजपा 45 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. दूसरी ओर भाजपा के सहयोगी दल आजसू को लेकर भी यह बात सामने आ रही है, कि सीट बांटवारे का फॉर्मूला लगभग तय हो गया है, भाजपा आजसू को 11 सीटें देने पर राजी हो गई है.
सिर्फ इसका आधिकारीक रूप से ऐलान होना बाकी है. हालांकि अब देखना होगा कि पहली लिस्ट में इन 14 नामों के अलाव किसे भाजपा मौका देती है.