जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का चुनाव कांग्रेस पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस मिलकर लड़ेगी. सोमवार को नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला के श्रीनगर स्थित आवास पर लंबी वार्ता के बाद गठबंधन पर मुहर लगी.
हालांकि, अभी जानकारी नहीं मिली है कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
फारुख अब्दुल्ला ने प्रेस वार्ता में बताया कि ये बताते हुए खुशी हो रही है कि देश में विभाजनकारी और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ने के लिए हम लोग (कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस) साथ आये हैं.
#WATCH | Srinagar, J&K: National Conference president Farooq Abdullah says “It is a matter of great happiness that we started this campaign that both of us will fight together against those forces who are trying to divide people here. The whole country and INDIA alliance was… pic.twitter.com/0BPhGKIefa
— ANI (@ANI) August 26, 2024
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन
नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि आगामी चुनावों में हम प्रदेश में जनता को बांटने का काम करने वाली शक्तियों के खिलाफ साथ मिलकर लड़ेंगे. हमारा गठबंधन हो रहा है.
उन्होंने कहा कि पूरे भारत में इंडिया गठबंधन बना ताकि हम विभाजनकारी और सांप्रदायिक शक्तियों से देश को बचा सकें. उन्होंने कहा कि हमने आज सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत की. काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में हम साथ आये हैं.
गौरतलब है कि आज सुबह कांग्रेस की ओर से सलमान खुर्शीद और केसी वेणुगोपाल शीट शेयरिंग और गठबंधन की बाकी शर्तों पर वार्ता के लिए श्रीनगर गये थे.
यहां फारुख अब्दुल्ला के आवास पर उमर अब्दुल्ला की मौजूदगी में गठबंधन को लेकर लंबी वार्ता हुई. गठबंधन पर बात बन गई है.
जम्मू-कश्मीर में सीट शेयरिंग पर कितनी सहमति
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली कि कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में से 37 सीटें चाहती थी. हालांकि, नेशनल कांफ्रेंस 35 सीटों पर राजी थी. इस बीच कांग्रेस पार्टी के नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन पर सवाल उठ रहे हैं.
बीजेपी ने कहा कि गठबंधन से क्या यह तात्पर्य निकाला जाये कि कांग्रेस पार्टी इस बात का समर्थन करती है कि वहां दोबारा धारा 370 लागू होना चाहिए.