पाकिस्तान द्वारा अपने एयर स्पेस बंद करने से इंडियन एयरलाइन की करीब 800 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा सिंधु जल समझौता रोकने और पाकिस्तानी राजनयिकों को वापस भेजने जैसा कदम उठाने के जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय उड़ानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद करने का ऐलान गुरुवार की देर शाम को किया था.
पाकिस्तान द्वारा अपना एयरस्पेस बंद करने से भारतीय एयरलाइन कंपनियों के लिए कई मुश्किलें खड़ी हो गयी है.
दरअसल, इंडियन एयरलाइन कंपनियों को अब रुट में बदलाव करना होगा जिससे सफर लंबा हो जायेगा. इसकी वजह से ईंधन की खपत ज्यादा होगी. सफर ज्यादा लंबा होगा. फ्लाइट्स को रिशेड्यूल करना होगा. एयरलाइन कंपनियो के सामने फ्लाइट ऑपरेशन में आई दिक्कतें दिखने भी लगी है.
उत्तर भारत से पश्चिम एशिया के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स का रुट बदलना पड़ेगा.
इसके अलाव यूरोप, यूनाईटेड किंगडम और नॉर्थ अमेरिका के लिए भी उड़ान को रीशेड्यूल करना होगा जिसकी वजह से यात्रा में लगने वाला समय 15 मिनट से लेकर कई घंटे तक बढ़ सकता है. ये सबकुछ दूरी और लोकेशन पर भी निर्भर करता है.
रोजाना सैकड़ों फ्लाइट्स पाकिस्तानी एयर स्पेस का इस्तेमाल करती है
रिपोर्ट्स के मुताबिक तकरीबन सभी प्रमुख भारतीय एयरलाइंस पश्चिमी देशों के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करती है. इनमें से कई उड़ानें नियमित रूप से पाकिस्तानी एयर स्पेस का इस्तेमाल करती रही है.
एयर इंडिया मुख्य रूप से पश्चिम एशिया, यूरोप, यूके और उत्तरी अमेरिका के लिए उड़ानें संचालित करती हैं वहीं इंडिगो पश्चिम एशिया, तुर्की, काकेशस और मध्य एशिया के लिए उड़ान संचालित करती है.
दिल्ली, लखनऊ, अमृतसर और जयपुर से रोज उड़ती हैं 400 फ्लाइट्स
एविएशन एनालिटिक्स कंपनी सिरियम द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उत्तर भारत के एयरपोर्ट मसलन, दिल्ली, अमृतसर, जयपुर औरर लखनऊ से हर हफ्ते तकरीबन 400 फ्लाइट्स पश्चिम की ओर जाती है और पाकिस्तानी एयर स्पेस का इस्तेमाल करती है.
वहीं, वापसी में करीब 800 फ्लाइट्स आती भी हैं.
करीब 640 फ्लाइट्स दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ससे उड़ान भरती है. मुंबई से भी कई फ्लाइट्स पाकिस्तानी एयर स्पेस से गुजरते हुए पश्चिम एशिया और यूरोप के देशों तक जाती है.