कोलकाता रेप मर्डर केस में दोषी संजय रॉय को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने पर अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शुरू से ही इस केस में कुछ लोगों को बचाना चाहती थी. कोलकाता पुलिस ने जैसी जांच की, वही रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी. घटनास्थल पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गयी. क्राइम सीन पर निर्माण कार्य कराया गया. सबकुछ हड़बडी में साफ कर दिया गया. जांच में कहीं कुछ कमी रह गयी जिसकी वजह से दोषी को फांसी की सजा न मिलकर उम्रकैद की सजा मिली.
उन्होंने कहा कि यह फैसला न्यायपालिका की भी असंवेदनशीलता दर्शाता है जहां इसे दुर्लभतम मामला नहीं माना गया.
#WATCH | Delhi: On convict Sanjay Roy in RG Kar rape-murder case sentenced to life imprisonment, former NCW chief and Rajya Sabha MP Rekha Sharma says, “It is very unfortunate. I think the investigations done by Kolkata Police were presented in front of the CBI and because of the… pic.twitter.com/CvPkaeH3Te
— ANI (@ANI) January 20, 2025
महिला आयोग की चेयरपर्सन ने क्या कहा
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि इस केस में पीड़िता को न्याय नहीं मिला.
कोलकाता पुलिस की लचर जांच की वजह से सीबीआई ठीक से कोर्ट में अपना पक्ष नहीं रख सकी. इस केस में कई लोगों को बचाया गया. उन्होंने कहा कि पीड़िता और उनके परिवार को पर्याप्त मदद नहीं मिली.
रेखा शर्मा ने कहा कि इस केस में हाईकोर्ट का रुख किया जाना चाहिए.
मैं चाहती हूं कि सीबीआई भी मामले में हाईकोर्ट का रुख करे. अपना पक्ष मजबूती से रखे. लूप हॉल्स को ठीक करे. इस केस में फांसी से कम की सजा नहीं होनी चाहिए थी.
ट्रेनी डॉक्टर को पूरा न्याय नहीं मिला
गौरतलब है कि पिछले साल 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई थी.
पीड़िता के शरीर पर कई जख्म थे. गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गयी थी. इस केस में कोलकाता पुलिस ने 10 अगस्त को संजय रॉय को गिरफ्तार किया था. पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक जांच में संजय रॉय के इस केस में संलिप्त होने के पुख्ता सबूत मिले. 18 जनवरी को सियालदह कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया था.