झारखंड के दो सांसद जो संसद में मुखरता से अपनी बातों को रखते हैं उन्हें केंद्र के तरफ से बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे और लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत देवघर एम्स के शासी निकाय का सदस्य घोषित किया गया है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इससे संबंधित गजट प्रकाशित कर दिया है.
5 सालों का रहेगा कार्यकाल
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की संयुक्त सचिव अंकिता मिश्रा बुंदेला द्वारा जारी गजट के अनुसार एम्स अधिनियम के तहत एम्स के शासी निकास के सदस्यों का कार्यकाल पांच वर्षों का होगा. शासी निकाय एम्स की कार्यकारी समिति होगी और ऐसी शक्तियों का प्रयोग करेगी. शासी निकाय की समिति एम्स के विकास सहित सुविधा पर नियमित बैठक करेगी और अपनी शक्तियों का प्रयोग करेगी.