सीबीआई ने ईडी के डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी को 20 लाख रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.
सीबीआई के अधिकारियों ने आज मीडिया को बताया कि चिंतन रघुवंशी ने कथित तौर पर ओडिशा के ढेंकनाल में पत्थर खनन व्यवसायी रतिकांत राउत के खिलाफ दर्ज केस में राहत दिलाने के नाम पर 5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी.
यह भी बताया जाता है कि खनन व्यवसायी और ईडी अधिकारी चिंतन रघुवंशी के बीच 2 करोड़ रुपये में डील फाइनल हो गयी थी जिसकी पहली किश्त के रूप में 20 लाख रुपये दिए जा रहे थे.
रिश्वत की पहली किश्त लेते हुए रंगेहाथ पकड़े गये
सीबीआई को इस बात की सूचना मिली और अधिकारियों ने चिंतन रघुवंशी को 20 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया. गौरतलब है कि चिंतन रघुवंशी 2013 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं. सीबीआई द्वारा इस केस में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, पत्थर व्यवसायी रतिकांत राउत ने बताया कि उनको मार्च महीने में पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर तलब किया गया था.
यहीं चिंतन रघुवंशी ने कथित तौर पर रतिकांत राउत से कहा कि यदि इस केस में राहत पाना है तो भगती नाम के आदमी से मिले.
रतिकांत राउत का आरोप है कि भगती नाम के शख्स ने इस केस से राहत दिलाने के नाम पर उसे रघुवंशी को रिश्वत देने के लिए कहा. 27 मई को भगती रतिकांत राउत से मिला कहा कि यदि वह चिंतन रघुवंशी को 5 करोड़ रुपये देता है तो उसके अस्पताल को अटैच नहीं किया जायेगा. गिरफ्तारी से राहत मिलेगी और पूरा मामला रफा-दफा हो जायेगा.
2 करोड़ रुपये में डील फाइनल हो गयी थी
रतिकांत राउत ने कहा कि मैंने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई तो भगती नाम के आदमी ने मेरी बात चिंतन रघुवंशी से करवाई.
आखिर में वे 2 करोड़ रुपये में मान गये. रतिकांत राउत रिश्वत नहीं देना चाहते थे इसलिए, उन्होंने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी.