कोविड-19 यानी कोरोना महामारी एक बार फिर देशभर में अपने पांव पसार रहा है.देश के विभिन्न हिस्सों में इसके मरीज पाए जा रहे हैं.वहीं बिहार में भी अब कोरेना का खतरा बढ़ता जा रहा है. राजधानी पटना में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 9 है. कोरोना के बढ़ते मामलों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की चिंता बढ़ा दी है.
अस्पतालों में बढ़ाई गई सतर्कता
कोविड के फिर से बढ़ते मामलों को देखते हुए IGIMS और NMCH जैसे प्रमुख अस्पतालों ने जांच प्रक्रिया को फिर से तेज कर दिया है. IGIMS के वरिष्ठ डॉक्टरों के मुताबिक, गंभीर मरीजों का ऑपरेशन से पहले कोविड टेस्ट अब अनिवार्य किया गया है. NMCH के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भी पिछले तीन दिनों से रूटीन जांच की जा रही है. फिलहाल पुरानी बची हुई किट्स का उपयोग कर 12 सैंपल की जांच चल रही है.
सिविल सर्जन ने क्या बताया
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक सामने आए मरीजों में किसी का भी हालिया यात्रा इतिहास नहीं है. संक्रमितों में दो डॉक्टर और दो नर्स शामिल हैं, जो एम्स में कार्यरत हैं. अन्य मरीजों में कंकड़बाग, रूपसपुर, ICAR परिसर और NMCH से भी लोग शामिल हैं.
दो लोगों में हुई पुष्टि
बुधवार को राजधानी के दो अलग-अलग इलाकों कंकड़बाग और बजरंगपुरी से दो मरीजों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई. 39 वर्षीय एक व्यक्ति कंकड़बाग से है जबकि 55 वर्षीय दूसरा मरीज आलमगंज थाना क्षेत्र के बजरंगपुरी से है. दोनों की जांच कंकड़बाग स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास एक निजी लैब में हुई थी.
पटना में 9 एक्टिव केस
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, फिलहाल पटना में कुल 9 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 4 एम्स पटना में भर्ती हैं और चार लोग होम आइसोलेशन में निगरानी में रखे गए हैं. तीन मरीज अब तक पूरी तरह ठीक हो चुके हैं.