अभ्यर्थियों ने सरकार से लगाई अर्जी, JPSC अध्यक्ष नियुक्त करो या फांसी दो…

|

Share:


झारखंड में शिक्षा व्यवस्था लचर होती जा रही है. सरकारी नौकरी का सपना बस अब सपना ही रह जा रहा है. बीते 7 महीने से जेपीएससी अध्यक्ष की मांग लगातार जारी है. 18 फरवरी की कैबिनेट की बैठक से अभ्यर्थियों को बहुत उम्मीदें थी लेकिन सरकार ने जेपीएससी अध्यक्ष को लेकर कोई भी निर्णय नहीं लिया है ,अभ्यर्थियों ने सरकार को अल्टीमेटम भी दिया था लेकिन सरकार ने अभ्यर्थियों की एक नहीं सुनी अब अभ्यर्थी निराश परेशान होकर सरकार से मौत की मांग कर रहे हैं. जी हां, जेपीएससी अभ्यर्थियों का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो झारखंड सरकार से जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं और अध्यक्ष नहीं मिलने पर अपनी जान भी कुर्बान करने को तैयारी है. आगे हम बढ़ उससे पहले आप ये वीडियो देखिए—
बता दें जेपीएससी अध्यक्ष का पद पिछले 7 महीने से अधिक समय से खाली है. लेकिन अभी तक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पायी है. जिसके कारण जेपीएससी में 1700 से अधिक नियुक्ति प्रक्रिया अटकी पड़ी है. 22 अगस्त 2024 को तात्कालीन अध्यक्ष डॉ नीलिमा केरकेट्टा रिटायर हो गयीं थी तब से आयोग बिना अध्यक्ष के ही संचालित हो रहा है.

इन परिक्षाओं का रिजल्ट पेंडिंग

जेपीएससी का अध्यक्ष नहीं होने से 11वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर बहाली नहीं हो सकी है. कोई अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा देकर उसके रिजल्ट का इंतजार कर रहा है तो कोई मेंस परीक्षा के बाद इंटरव्यू की तारीख के इंतजार में बैठा हुआ है. जबकि हाईकोर्ट ने भी सरकार को जल्द अध्यक्ष पद नियुक्ति करने को कहा था.

11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के लिए कुल 342 पदों पर जून 2024 में नियुक्ति परीक्षा ली गयी थी. आयोग ने कहा था कि अगस्त महीने में रिजल्ट घोषित कर लिया जाएगा. इसके बाद इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट की जांच की जाएगी. लेकिन अध्यक्ष नहीं होने से अब तक इस परीक्षा पर ग्रहण लगा हुआ है.

वहीं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के 64 पदों पर प्रारंभिक परीक्ष ली गयी थी लेकिन इस परीक्षा का रिजल्ट भी जारी नहीं किया जा सका है.

साल 2023 में फूड सेफ्टी ऑफिसर के 56 पदों पर बहली के लिए विज्ञापन आए थे. साल 2024 में इसकी परीक्षा ली गयी, लेकिन इसके बाद प्रक्रिया आगे बढ़ी ही नहीं.

फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर के पदों की बहाली के लिए आवेदन ली जा चुकी है लेकिन परीक्षा आयोजित नहीं हुई है. इसके अलावा विश्वविद्यालय अधिकारी के 24, मेडिकल ऑफिसर 256 होम्योपैथी डॉक्टर के 167, आयुर्वेदिक डॉक्टर के 207, मेडिकल कॉलेज शिक्षक के 44 समेत कई अन्य खाली पड़े हैं. इसके अलावा जेट परीक्षा का आयोजन होना भी बाकी है.

जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने पर अब उग्र आंदोलन करेंगे. अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.रोजगार की संभवानाएं नहीं दिखने से अभ्यर्थी मरने से भी नहीं डर रहे हैं.

सरकार को इन अभ्यर्थियों की परेशानियों को समझने की जरुरत है. जेपीएससी में अध्यक्ष की नियुक्ति बहुत ही गंभीर मामला है. इसे लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है. हालांकि अब सरकार कब तक नींद से जागती है और कबअध्यक्ष की नियुक्ति करती है ये तो समय आने पर ही पता चलेगा.

Tags:

Latest Updates