विधानसभा के बजट सत्र से पहले भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता का नाम घोषित हो सकता है। केंद्रीय नेतृत्व की पहली पसंद बाबूलाल मरांडी हैं। ऐसे में सदन में उन्हें नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिलनी तय है। इसके साथ ही सदन में सचेतक के तौर पर सत्येंद्र तिवारी और नीरा यादव के नाम पर चर्चा चल रही है।विधानसभा के पिछले सत्र में इन दोनों ही विधायकों ने प्रमुखता से पार्टी का पक्ष रखा था।
पुराने विधायकों की खलेगी कमी
इस बार सदन में भाजपा के पास चंपाई सोरेन जैसे वरिष्ठ नेता भी हैं। लेकिन पिछली विधानसभा के मुखर चेहरे अनंत ओझा, बिरंची नारायण, अमर कुमार बाउरी, रणधीर सिंह की गैरमौजूदगी भी भाजपा को खलेगी। सदन में उपलब्ध विधायकों से नए नेतृत्व को तैयार करने में भी भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व लगा है।