TFP/DESK : झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा 25 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट इसी महीने जारी कर सकती है. भाजपा विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा का झारखंड दौरे पर आना ये बड़ा सकेंत दे रहा है.
बता दें कि इससे पहले भी चर्चा थी कि भाजपा मध्य प्रदेश की तर्ज पर चुनाव की घोषण से पहले अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है. लेकिन इसी महीने भाजपा अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 81 सीटों में से 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली है. हालांकि पहले ये चर्चा थी कि भाजपा पहली लिस्ट में 40 या उससे अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. लेकिन अब 25 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारने की बात समाने आ रही है.
बहरहाल वे कौन सी सीटे है जिसे भाजपा अपनी पहली लिस्ट में जगह देने वाली है. आखिर ऐसी क्या वजहें है कि भाजपा पहले इन्ही 25 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करने वाली है.
मीडिया रिर्पोट्स के मुताबिक भाजपा पहली लिस्ट में जिन 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली है.
उनमें वो सीटें शामिल हो सकती है जहां पिछले चुनाव में भाजपा ने बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. या भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. य़ा यूं कहे , वैसी विधानसभा सीटे जहां भाजपा को बहुत कम मर्जिन से जीत हासिल हुई थी.
इसके अलावे बीजेपी अपनी पहली लिस्ट में रिजर्व सीटों पर भी कैंडिडेट्स उतार सकती है. लोकसभा चुनाव में एसटी रिजर्व सीटों में मिली हार इसकी बड़ी वजह हो सकती है. आपको बता दें कि भाजपा ऐसा पहली बार नहीं कर रही है. इससे पहले भी भाजपा राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में ऐसा एक्सपेरिमेंट कर चुकी है.
एडीआर की रिर्पोट्स के मुताबिक झारखंड की ग्यारह ऐसी सीटें है जहां भाजपा को 10 हजार से भी कम वोटों के अंतर से जीत मिली थी. इनमें सबसे पहला बाघमारा विधानसभा सीट है जहां भाजपा हारते हारते किसी तरह चुनाव जीतने में सफल हुई थी, महज 824 वोट के अंतर से भाजपा ने यहां जीत हासिल की थी,
हालांकि अब लोकसभा चुनाव जीतकर ढूल्लू महतो ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. देवघर सीट पर भाजपा विधायक नरायण दास 2624 वोटों के अंतर से चुनाव जीतने में सफल हुए थे. जिसके बाद विश्रामपुर विधानसभा से भाजपा के विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी 8513 वोटों के अंतर से चुनाव जीता था.
कोडरमा में 1797 वोट से भाजपा विधायक नीरा यादव जीती थी. चंदनकियारी विधानसभा सीट पर 9211, गोड्डा 4512, रांची 5904, और सिंदरी में 8253, तोरपा में 9630 जबकि मांडू विधानसभा सीट पर 2662, वोटों के अंतर से बीजेपी को जीत मिली थी.
आपको बता दें कि भाजपा विधायक जेपी पटेल ने लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा लिया है.
वहीं अगर हम बात करें वैसी सीटों की जहां पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा जीतते जीतते हारी थी. इनमें सिमडेगा,बरही, जामा, जरमुंडी, गांडेय, गुमला नाला, घाटशिला और खिजरी विधानसभा की सीटें शामिल है.
बता दें कि सिमडेगा विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी श्रद्धानंद बेसरा मात्र 825 वोटों के अंतर चुनाव हार गए थे. वहीं बरही सीट पर भाजपा प्रत्याशी मनोज कुमार यादव को महज 1898 वोट से कांग्रेस विधायक उमा शंकर अकेला से हार का सामना करना पड़ा था.
जामा सीट पर भी महज 2426 वोट के अंतर से झामुमो प्रत्याशी सीता सोरेन ने सुरेश मुर्मू को हराया था, हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले झामुमो की विधायक रही सीता सोरेन ने भाजपा को ज्वाइन कर लिया है.
वहीं जरमुंडी विधानसभा में 3099, खिजरी में 5469 घाटशिला में 6724, गांडेय में 8855 वोट से बीजेपी हार थी. हालांकि हाल ही में गांडेय विधानसभा में हुए उपचुनाव में बीजेपी को दोबारा से हार का सामना करना पड़ा था. बता दें कि भाजपा प्रत्याशी दिलीप वर्मा को झामुमो प्रत्याशी कल्पना सोरेन ने 26483 वोटों के अंतर से हराया था.
गुमला विधानसभा की बात करें तो यहां भी महज 7667 वोट से भाजपा हार गई थी, जबकि नाला विधानसभा सीट पर 3523 वोटों के अंतर से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था.
हमने जो भी आंकड़े आपके साथ साझा किया है वो सभी एडीआर की रिर्पोट्स में दिए गए आंकड़े थे. इन सभी सीटों पर भाजपा को 10 हजार से भी कम मर्जिन से जीती भी मिली थी और हार भी. और बहुत संभावना है कि बीजेपी अपनी पहली लिस्ट में इन सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है.