हेमंत सोरेन ने धनबाद जिले के एसपी को बना रखा है अपना वसूली एजेंट : बाबूलाल मरांडी

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झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि धनबाद सहित पूरे झारखंड में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है. भ्रष्टाचार चरम पर है. राज्य सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है. झारखंड में बेहिसाब अपराध बढ़ा है. धनबाद में एसपी हैं, सबका प्रमोशन हो गया लेकिन वसूली करने के लिए इनका प्रमोशन नहीं हुआ.

हेमंत सोरेन ने धनबाद जिले के एसपी को अपना वसूली एजेंट बना रखा है. यहां के एसपी अपराधियों के साथ मिलकर रंगदारी वसूल रहे हैं. जनता से लूटे गए इन्हीं पैसों से हेमंत अपने कोर्ट-कचहरी का खर्चा निकाल रहे हैं. पलामू में पदस्थापन के दौरान इनके एक कारनामे से हमने पत्र लिखकर सरकार को अवगत कराया लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा. वैसे दागी अधिकारी को धनबाद जैसे जिला में सरकार पदस्थापित करके रखी है तो दाल में कुछ काला जरूर है. यह तो राज्य की स्थिति है, फिर कैसे कानून व्यवस्था ठीक होगी. मरांडी बीते मंगलवार को संकल्प यात्रा के तहत निरसा विधानसभा में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

मरांडी ने कहा कि सरकार का काम होता है कानून व्यवस्था ठीक कराना लेकिन आज झारखंड में क्या हो रहा है किसी से छुपा नहीं है यहां प्रत्येक दिन चोरी, डकैती, लूट, अपहरण, हत्या यहां तक कि बहु बेटियों की इज्जत भी सुरक्षित नही है. आखिर यह स्थिति क्यों पैदा हुई.

जब झारखंड में भाजपा की सरकार होती है तो अपराधी ख़ौफ़ खाते हैं झारखंड से भाग खड़े होते हैं लेकिन जब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनती है तो अपराधी बेख़ौफ़ होकर अपराध करते हैं आखिर पुलिस करती क्या है ?

बाबूलाल ने कहा कि पुलिस का काम है चोरों को पकड़ना, अपराधियों को पकड़ना, उनको जेल में डालना उनको सजा दिलाना लेकिन हेमंत सोरेन ने पुलिस को वसूली में लगा रखा है. चाहे कोयला की वसूली हो, नदी से बालू की वसूली हो अगर आप हरा-हरा नोट देंगे तो आपको छोड़ेंगे नहीं तो आप कोर्ट से जमानत कराओ. घर बनाने के लिए बालू पर भी लोगों को आफत है. हमलोगों ने सरकार से कहा कि आप ऑक्शन कर दीजिए या झारखंड के अंदर इसे फ्री कर दीजिए और बॉर्डर पर चेकपोस्ट लगा दीजिए. ताकि कोई बंगाल, यूपी, बिहार राज्य में बालू ना ले जा सके. पार्टी सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी. बॉर्डर पूरा खुला हुआ है. कोयला, बालू की तस्करी बेरोकटोक जारी है. वहीं दूसरी ओर कोई घर के लिए साइकिल से भी बालू ले जाता है तो परेशान किया जाता है.

मरांडी ने कहा कि दो दिन पूर्व अखबार में एक रिपोर्ट छपी कि 6 महीनों में 23 कारोबारियों को हत्या की हुई है. इसमें 9 लोगों ने अपनी सुरक्षा को लेकर पुलिस से गुहार लगाई थी. अगर सुरक्षा सरकार के द्वारा उपलब्ध करा दी जाती तो शायद वे बच जाते. आखिर इनकी हत्या का जिम्मेवार कौन हैं? ऐसे सारे मामले की जांच सीबीआई से कराकर दोषी पर सजा मिले.

बाबूलाल ने कहा कि अगर हेमंत सोरेन की सरकार नहीं करा पाती है तो जब भी बीजेपी की सरकार आएगी तो हम इसकी जांच कराएंगे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. धनबाद में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है, एफआईआर होता है, 164 में बयान होता है पर आरोपी  गिरफ्त से बाहर है.

 

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