झारखंड के शिक्षकों के लिए हेमंत सरकार का बड़ा फैसला, अब ट्रांसफर लिए करने होंगे ये काम !

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TFP/DESK : झारखंड में अब शिक्षक बहाली की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होने वाला है. राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने खुद इसका ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के तबादले के नियमों में बदलाव किया जाएगा. इससे शिक्षकों का अपने गृह जिले में ट्रांसफर कराना आसान होगा.

रामदास सोरेन ने आगे कहा कि सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में सुरक्षा गार्ड और माली की नियुक्ति की जाएगी. क्योंकि शिक्षा मंत्री ने हाल ही में सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दौरा किया था.

मंत्री का कहना है कि सीएम स्कूलों के सभी व्यवस्थाएं अच्छी थीं, लेकिन सुरक्षा गार्ड और माली नहीं थे. इसी वजह से उन्होंने निर्देश दिया कि सभी सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में दो सुरक्षा गार्ड और एक माली की नियुक्ति तुरंत की जाए. ये नियुक्तियां आउटसोर्सिंग के जरिए होंगी.

15 अगल-अलग भाषाओं में होगी भर्ती

बहरहाल, जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं में 10,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा भी जल्द की जाएगी. ये भर्ती 15 अलग-अलग भाषाओं में होगी. इसे लेकर शिक्षा मंत्री ने शहर के स्कूलों में प्रतिनियोजित ग्रामीण शिक्षकों की सूची बनाने का भी आदेश दे दिया है.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इससे पहले साल 2022 में भी ट्रांसफर नियमों में बदलाव किये गए थे. तब शिक्षकों के गृह जिले में तबादले की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन अंतर-जिला तबादलों में कुछ दिक्कतें आ रही थीं.

अभी अंतर-जिला तबादले में शिक्षक की उम्र, कार्य क्षेत्र में तैनाती और अन्य बातों के आधार पर अंक दिए जाते हैं. गंभीर बीमारी होने पर भी तबादला हो सकता है. अब इन नियमों में और बदलाव किए जाएंगे. साथ ही महिला शिक्षकों के तबादले के नियमों में भी बदलाव कर दिया जाएगा.

बैठक में ये रहे मौजूद 

बता दें कि रविवार को शिक्षा मंत्री ने जमशेदपुर सर्किट हाउस में एक बैठक की. इस बैठक में उपायुक्त अनन्य मित्तल, जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष कुमार मौजूद थे.

शिक्षा मंत्री ने रामदास सोरेन ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि मैं लगातार स्कूलों का दौरा कर रहा हूं. शिक्षकों से मिल रहा हूं. इस दौरान मैंने देखा है कि कई शिक्षक जो गांव के स्कूलों में पदस्थ हैं, उन्होंने शहर के स्कूलों में प्रतिनियोजन करवा लिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को ऐसे शिक्षकों की सूची बनाने का आदेश दिया है. खासतौर पर हाई स्कूलों में ऐसे शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द किया जाएगा.

ये नियुक्तियां 9 जनजातीय और 6 क्षेत्रीय भाषाओं में होगी

इन सबो के अलावे मंत्री रामदास सोरेन ने एक और बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं को पढ़ाने के लिए 10,000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. मसलन इसके लिए विभिन्न जिलों से रिपोर्ट मंगवाई गई है. ये शिक्षक घंटी के आधार पर काम करेंगे. ये नियुक्तियां नौ जनजातीय और छह क्षेत्रीय भाषाओं में होंगी.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही शिक्षा मंत्री ने ऐलान किया है कि शिक्षा विभाग की एक टीम पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में क्षेत्रीय और जनजातीय भाषाओं में चलने वाले स्कूलों का अध्ययन करेगी.

जिसके बाद रिपोर्ट तैयार करेगी फिर उसी के आधार पर झारखंड में भी जनजातीय और क्षेत्रिय भाषाओं में पढ़ाई शुरू की जाएगी. शिक्षा मंत्री के अनुसार, संताली, हो, खड़िया, कुड़ुख, मुंडारी, माल्तो, बिरहोरी, भूमिज, असुर, बांग्ला, ओड़िया, पंचपरगनिया, खोरठा, कुड़माली और नागपुरी भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति होगी.

हालांकि अब देखना होगा कि शिक्षा बहाली प्रक्रिया में ये बदलाव कब तक होते हैं यह तो समय आने के बाद ही साफ हो पाएगा.

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