बिहार में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं.चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु हो चुकी है अब महागठबंधन के भीतर सीटों को लेकर भी रसाकसी चल रही है और अब राजद की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी की ओर से सीटों की बढ़ी मांग से परेशान राजद पर वामदलों ने भी अधिक सीटों के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है.
माकपा ने 10 सीटों पर लड़ने की जाहिर की इच्छा
माकपा पार्टी के राज्य सचिव ललन चौधरी ने बताया कि केंद्रीय कमेटी अंतिम रूप से सीटों की संख्या तय करेगी, लेकिन राज्य कमेटी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जता दी है.
भाकपा ने मांगे 30 सीट
पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से भाकपा (माले) को 19 सीटें मिली थीं जिनमें 12 सीटों पर माले की जीत हुई थी. इस बार भाकपा माले ने राजद से 30 सीटों की मांग की है.
वामदल 65 सीटों पर लड़ने को तैयार
2020 में तीन वाम दलों को विधानसभा की कुल 29 सीटें दी गई थी. इनमें 16 पर जीत हुई. 2025 में वाम दल 65 सीटों पर लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं. भाकपा (माले) उत्तर बिहार और सीमांचल में भी नई सीटें चाह रहा है. भाकपा दक्षिण बिहार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाह रही है. पिछली बार चार सीटों पर लड़ी माकपा चुनाव में दायरा बढ़ाने में जुटा है.
इसकी पुष्टि माले के पोलित ब्यूरो के सदस्य और मिथिलांचल के प्रभारी धीरेन्द्र झा ने की है. विगत विधानसभा चुनाव में महागठबंधन कोटे से 6 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने 25 सीटों की मांग राजद के समक्ष रखी है.
हालांकि विगत विधानसभा चुनाव में भाकपा को दो सीटों पर ही जीत मिली थी. फिर भी बड़ी संख्या में सीटों की दावेदारी कर महागठबंधन पर दवाब बढ़ा दिया है. वहीं पिछली बार माकपा को चार सीटें राजद ने दी थी और उसे दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी.