RANCHI : जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी को लेकर छात्र संगठन कल कार्यालय का घेरवा करने वाले हैं. कहा जा रहा है कि 4 से 5 हजार की संख्या में छात्रा रांची स्थित जेएसएससी कार्यालय के बाहर घरना प्रदर्शन करने वाले हैं.
वहीं घेरवा से पहले एक लेटर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें जेएसएससी अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकि दर्ज की गई है. ये एफआईआर हजारीबाग पुलिस के द्वारा किया गया है.
दरअसल, 10 दिसंबर को हजारों की संख्या में छात्रों ने सड़क पर उतकर सीजीएल परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे. उस दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प होने की भी खबरे सामने आई थी. जिसमें अभ्यर्थियों ने लाठीचार्ज करने का भी पुलिस पर आरोप लगया था.
इतने अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकि दर्ज
जिसे लेकर ही पुलिस ने मुफ्फसिल थाना में अभ्यर्थियों के खिलाफा मामला दर्ज कर ली है. जिसमें उदय कुमार,महेंद्र प्रसाद, अमन कुमार, प्रभात कुमार, मोहन कुमार महतो, विकाश कुमार, महेश कुमार वर्मा, दिलीप वर्मा,संतोश कुमार कुशवाहा,विरेन्द्र मेहता, विनोद मेहता, सुनील कुमार शर्मा समेत 500 से 1000 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकि दर्ज की गई है.
बाबूलाल मरांडी हेमंत सरकार पर लगया ये बड़ा आरोप
वहीं इस लेटर के सामने आने के बाद राज्य में सियासत भी तेज हो गई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कई आरोप लगाए है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि JSSC-CGL परीक्षा में धांधली की साजिश के पीछे मुख्यमंत्री का हाथ साफ नजर आता है.
https://x.com/yourBabulal/status/1868145112498200968
पहले हेमंत सोरेन द्वारा सीआईडी जांच का झूठा आश्वासन दिया गया, फिर JSSC ने खुद को क्लीन चिट दे दी। अब छात्र आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के सख्त आदेश जारी कर सरकार ने युवाओं की आवाज दबाने की साजिश रच दी है.
आगे लिखा हेमंत सोरेन शायद भूल गए हैं कि झारखंड की भूमि आंदोलनों और संघर्षों की प्रतीक है. झारखंड का युवा दमनकारी नीतियों का करारा जवाब देना जानता है. हेमंत सोरेन जी, छात्रों की गिरफ्तारी का तुगलकी फरमान वापस लेकर CGL परीक्षा की सीबीआई जांच कराने का आदेश दें और छात्रों के गतिरोध को समाप्त करने की सकारात्मक पहल करें.
“ परीक्षा में कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई ”
गौरतलब है कि शनिवार को जेएसएससी आयोग ने एक प्रेस वार्ता रखा था जिसमें आयोग के सचिव ने सीजीएल परीक्षा में हुई गड़बड़ी को नकार दिया था और कहा था कोई भी सबूत ऐसे नहीं है जिससे ये साबित हो सके कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है.
साथ ही उन्होंने इस बाक से भी इंकार कर दिया था कि परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों ने सबसे अधिक बाहरी है. उन्होंने कहा कि इसमें सबसे ज्यादा उत्तर्णी होने वाले अभ्यर्थी झारखंड के है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने CID जांच के दिए हैं आदेश
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी का मामला गहराता देख हेमंत सोरेन ने खुद मामले को संज्ञान में लेकर इस पर सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं.
जांच को लेकर कार्मिक विभाग की ओर से सीआईडी को सभी दस्तावेज सौप दिए गए हैं.
भाजपा CBI जांच की कर रही है मांग
वहीं भाजपा हेमंत सोरेन सरकार पर तंज कसते हुए कह रही है कि इस पूरे मामले को आखिर हेमंत सरकार सीआईडी जांच क्यों करना चाह रही है. अगर जांच करना ही है तो सरकार सीबीआई जांच कराई.