आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनेंगी.
आज निवर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास में हुई विधायक दल की बैठक में आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया.
खबरों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा जिसपर सभी विधायकों ने सहमति जताई.
2 दिन पहले पार्टी की बैठक में अरविंद केजरीवाल द्वारा सीएम पद से इस्तीफा दिए जाने का ऐलान करने के बाद से ही आतिशी का नाम नये मुख्यमंत्री के रूप में सबसे आगे था. इनके अलावा अशोक गहलोत, गोपाल राय और सौरभ भारद्वाज का नाम भी चर्चा में था.
बता दें कि दिल्ली में कथित शराब घोटाला मामले में 156 दिन तक जेल में बिताकर लौटे अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे.
उन्होंने कहा था कि वह सीएम की कुर्सी पर दोबारा तब तक नहीं बैठेंगे जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुनाती.
अरविंद केजरीवाल आज इस्तीफा देंगे
अरविंद केजरीवाल आज शाम 5 बजे उपराज्यपाल को इस्तीफा सौंप देंगे. इसके बाद आतिशी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी.
गौरतलब है कि आतिशी को पार्टी का वफादार और अरविंद केजरीवाल का भरोसेमंद नेता माना जाता है.
आम आदमी पार्टी या अरविंद केजरीवाल जब कभी भी नीतिगत अथवा राजनीतिक मसलों पर मुश्किल में फंसे, आतिशी ने मजबूती से उन्हें डिफेंड किया. अरविंद केजरीवाल जब जेल में थे तब भी आतिशी ने पार्टी और सरकार दोनों को संभाला. अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ भी मजबूती से खड़ी रहीं.
स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में कथित मारपीट प्रकरण में भी आतिशी ने खुलकर केजरीवाल और पार्टी का बचाव किया.
गौर करने लायक बात ये भी है कि अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उनको दिल्ली का शासन चलाने के लिए भरत सरीखा भरोसेमंद व्यक्ति चाहिए.
इसलिए भी सियासी गलियारों में आतिशी को खड़ाऊं सीएम कहा जा रहा है.
आतिशी को ही क्यों चुना गया मुख्यमंत्री
बता दें कि दिल्ली में कथित शराब घोटाला केस में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को मार्च महीने में गिरफ्तार किया था.
वह कुल 156 दिनों तक जेल में रहे.
बीच में उनको लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार अभियान में शामिल होने के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी.
बाद में सुप्रीम कोर्ट से उनको नियमित जमानत मिल गई.
तब कोर्ट ने ईडी के बाद न्यायिक हिरासत में रहते हुए सीबीआई द्वारा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने को गलत बताया था.
अरविंद केजरीवाल आरोप लगाते हैं कि उनको केंद्र सरकार के इशारे पर केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह सीएम पद पर दोबारा तभी बैठेंगे जबकि जनता की अदालत में खुद को ईमानदार साबित करेंगे.
उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया भी कोई पद नहीं लेंगे.