झारखंड में खैनी की लत ने एक बुजुर्ग की जान ली. नहीं! बुजुर्ग को खैनी खाने की वजह से कोई जानलेवा बीमारी नहीं हुई थी बल्कि उसकी मौत ट्रेन से कटकर हो गयी है. सवाल उठेगा कि कोई खैनी खाने की वजह से ट्रेन से कैसे कट सकता है तो बताते हैं.
मामला रांची के पिस्कानगड़ी का है.
नगड़ी थानाक्षेत्र के केसारो गांव का रहने वाला 65 वर्षीय जबरा कच्छप ट्रैक पर बैठकर खैनी खा रहा था कि तभी वहां से रांची-लोहरदगा पैसेंजर ट्रेन गुजरी. खैनी खाने में मशगूल जबरा को इसका ध्यान नहीं रहा और वह ट्रेन की चपेट में आ गये.
ट्रैक पर बैठकर खैनी बना रहे थे जबरा
ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि जबरा कच्छप रोज की तरह हादसे वाले दिन भी सुबह करीब 7 बजे घर से निकले और रेलवे ट्रैक के पास मौजूद खेत पर पहुंचे. वहां खेत की जुताई कराने के लिए ट्रैक्टर वाले को बुलाया.
ट्रैक्टर वाले ने थोड़ा विलंब से आने की बात की तो जबरा वहीं ट्रैक पर बैठकर खैनी बनाने लगे. तभी वहां रांची-लोहरदगा पैसेंजर ट्रेन आ गयी और जबरा ट्रेन से कट गये.
लापरवाही की वजह से ट्रैक पर जान गंवाते लोग
ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी व्यक्ति ने लापरवाही में ट्रेन की चपेट में आकर जान गंवाई है. इससे पहले भी कई बार लोग रील बनाने के चक्कर में तो कई बार हड़बड़ी में ट्रैक पार करने की कोशिश में जान गंवा चुके हैं.
ट्रैक पर हेडफोन लगाकर चलने की वजह से भी कई लोगों की मौत हुई है. कई बार चेतावनी दी जाती है लेकिन लोग इसे हलके में लेते हैं.
जबरा कच्छप भी यदि सतर्क रहते तो आज जिंदा होते. जबरा कच्छप की यूं असामयिक मौत से परिजनों में शोक की लहर है. वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं.