हेमंत सोरेन

हेमंत के नये मंत्रियों ने ली शपथ, कब होगा विभागों का बंटवारा; जानें कौन हैं नया चेहरा

,

|

Share:


हेमंत कैबिनेट का स्वरूप अब सामने आ गया. हेमंत कैबिनेट के सभी 11 मंत्रियों ने शपथ ली. राजभवन में राज्यपाल संतोष गंगवार ने सभी मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.

झारखंड मुक्ति मोर्चा से दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन, योगेंद्र प्रसाद महतो, चमरा लिंडा और हफीजुल हसन अंसारी ने मंत्रिपद की शपथ ली.

कांग्रेस पार्टी से शिल्पी नेहा तिर्की, दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी और राधा कृष्ण किशोर ने मंत्रिपद की शपथ ली.

वहीं, आरजेडी कोटे से संजय प्रसाद यादव मंत्री बने हैं.

गौरतलब है कि इस मंत्रिमंडल में प्रमंडलीय प्रतिनिधित्व, जातीय समीकरण, आदिवासी हित और महिला भागीदारी को ध्यान में रखा गया है.

पहली बार सर्वाधिक 12 महिला विधायक चुनी गयी हैं.

कांग्रेस पार्टी से सर्वाधिक 5 महिलायें चुनकर आईं. 2 विधायकों को मंत्री बनाया गया है.

गौरतलब है कांग्रेस पार्टी ने पुराने कैबिनेट से किसी भी मंत्री को रिपीट नहीं किया है.

इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह पिछली कैबिनेट में थे लेकिन इन्हें आखिरी क्षणों में मंत्री बनाया गया था.

झारखंड मुक्ति मोर्चा से इन्हें मिला मंत्रिपद
झारखंड मुक्ति मोर्चा से मंत्रियों में दीपक बिरुआ चाईबासा सीट पर लगातार चौथी बार जीते हैं.

चमरा लिंडा बिशुनपुर सीट पर लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं.

वह बिशुनपुर से 4 बार के विधायक हैं. रामदास सोरेन घाटशिला से चुनकर आये हैं. योगेंद्र प्रसाद महतो ने गोमिया सीट पर लंबोदर महतो को हराया.

वहीं हफीजुल हसन अंसारी लगातार दूसरी बार मधुपुर सीट से जीतकर आये. हालांकि, पहली बार उन्होंने यहां उपचुनाव जीता था.

शिल्पी नेहा तिर्की पहली बार बनीं मंत्री
कांग्रेस खेमे में मंत्री बनीं दीपिका पांडेय सिंह महागामा सीट पर लगातार दूसरी बार चुनाव जीतीं.

पिछली कैबिनेट में कुछ समय के लिए कृषि, पशुपालन-सहकारिता सह आपदा प्रबंधन मंत्री रहीं.

इरफान अंसारी जामताड़ा से तीसरी बार चुनाव जीते. पिछली कैबिनेट में उनको ग्रामीण कार्य, ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग का जिम्मा मिला था.

शिल्पी नेहा तिर्की भी मांडर सीट पर दूसरी बार चुनाव जीतीं. पहली बार उन्होंने जून 2022 में उन्होंने पिता बंधु तिर्की की विधायकी जाने के बाद हुये उपचुनाव में जीत हासिल की थी.

राधाकृष्ण किशोर दलित समुदाय से आते हैं. उनको मंत्री बनाकर कांग्रेस ने दलित वोटर्स को साधा है.

मंत्रियों के बीच कब होगा विभागों का बंटवारा
आरजेडी को फॉर्मूले के हिसाब से एक ही मंत्रिपद मिल सकता था. संजय प्रसाद यादव को यह इनाम मिला है.

गोड्डा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गये हैं. लालू प्रसाद यादव का करीबी होने का भी फायदा उनको मिला है.

गौरतलब है कि पिछली बार एक सीट जीतने वाली आरजेडी ने हालिया संपन्न चुनावों में 4 सीटों पर जीत हासिल की है.

अब मंत्रिमंडल का गठन हो चुका है. उम्मीद है कि जल्द ही उनको विभाग भी अलॉट कर दिए जायेंगे.

उम्मीद यही है कि विभागों के बंटवारे में कोई विवाद न हो. अक्सर होता है.

 

 

Tags:

Latest Updates