जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) की महिला नेत्री ने अपने पार्टी नेताओं पर ही कई गंभीर आरोप लगाए हैं. ये आरोप इतने संगीन हैं कि झारखंड की सियासत में हड़कंप मच गया है.
महिला नेत्री ने क्या आरोप लगाया है? जिनपर आरोप लगे उनका पूरे मामले में क्या कहना है. साथ ही जानेंगे कि अब तक पार्टी सुप्रीमो जयराम महतो ने क्या एक्शन लिया है?
महिला नेत्री ने लगाया ये आरोप
दरअसल, पार्टी के महिला मोर्चा की केंद्रीय महासचिव ने अपने दल के नेताओं पर अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने इस संबंध में लोयाबाद थाने में शिकायत भी की है. शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रही है.
पार्टी गठन के बाद हमेशा विवादों में रही
गौरतलब है कि अपने गठन के बाद से ही जेएलकेएम अलग-अलग कारणों से विवादों में रही है. पार्टी के नेताओं पर कभी रंगदारी मांगने का आरोप लगता है तो कभी जबरन कब्जा करने का. इस बार तो मामला इतना संगीन है कि बवाल तय है. यह पूरा मामला समझते हैं.
लोयाबाद थाने कि पीड़िता ने की शिकायत
पीड़िता ने लोयाबाद थाने को दी गयी लिखित शिकायत में सिलसिलेवार ढंग से कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत की है. उन्होंने बताया कि 16 जनवरी 2025 को वह धनबाद में डेको कंपनी के सामने ग्रामीणों के साथ नियोजन को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी थी.
भूखहड़ताल के दौरान फरजान खान का आया था पत्र
पीड़िता का आरोप है कि भूख हड़ताल के दौरान जेएलकेएम के केंद्रीय प्रधान महासचिव फरजान खान के नाम से एक पत्र आया है जिसमें भूख हड़ताल को स्थगित करने का निर्देश दिया गया था.
पीड़िता के मुताबिक जिलाध्यक्ष शक्तिनाथ महतो के जरिये यह सूचना आई थी लेकिन चूंकि कोई आधिकारिक जानकारी नहीं थी. बकौल पीड़िता, इस चिट्ठी में फरजान खान के दस्तखत भी नहीं थे. पीड़िता का कहना है कि उन्होंने पत्र को फर्जी मानकर भूख हड़ताल जारी रखा.
जयराम महतो ने वायरल फोटो की दी थी जानकारी
पीड़िता ने दावा किया है कि भूख हड़ताल के बीच 17 जनवरी 2024 को पार्टी सुप्रीमो जयराम महतो ने किसी दूसरे नंबर से फोन कर बताया कि उसका आपत्तिजनक फोटो और वीडियो फरजान खान और केंद्रीय प्रवक्ता सुशील मंडल के पास है. पीड़िता का आरोप है कि उसे धमकाया कि यदि भूख हड़ताल से नहीं उठते हैं तो इसे वायरल कर देंगे.
सच्चाई जानने के लिए पीड़िता पहुंची थी फरजान के घर
पीड़िता का कहना है कि सुप्रीमो की बात सुनकर उसने भूख हड़ताल खत्म कर दिया. इसके बाद सच्चाई जानने के लिए फरजान खान के घर गयी लेकिन वह नहीं मिले. पीड़िता ने पत्र में लिखा है कि जयराम महतो ने उसे दोबारा फोन किया औऱ घर बुलाया.
17 जनवरी को जब वह रात करीब साढ़े 10 बजे जयराम महतो के मानगो स्थित आवास पर पहुंची तो यहीं फरजान और सुशील मंडल मिल गये.
बकौल पीड़िता, यहां जयराम महतो ने पीड़िता को आश्वासन देते हुये कहा कि दीदी हम आपके साथ हैं. वायरल फोटो और वीडियो डिलीट कराने में आपकी मदद करेंगे.
महिला का आरोप है कि जयराम महतो से मुलाकात करने के बाद जब वह कमरे से बाहर निकली तो फरजान खान और सुशील मंडल ने सीढ़ियों के पास रोका और आपत्तिजनक फोटो दिखाया.
पीड़िता का दावा है कि फरजान और सुशील ने उनको कहा कि हमारे साथ सोना होगा वरना फोटो और वीडियो वायरल कर देंगे.
महिला ने आरोप लगाया है कि उनका वीडियो और फोटो वायरल करने में पार्टी के ही सदस्य महफूज आलम और सद्दाम हुसैन सहित कई लोगों का हाथ है.
महिला ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. लोयाबाद थाने में केस भी दर्ज हो गया है. हालांकि, पुलिस ने ये खबर लिखे जाने तक कार्रवाई शुरू नहीं की थी.