Ranchi: झारखंड के पंचयाती राज विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का को ईडी ने समन भेजा है. 15 मार्च को उन्हें पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया गया है. बीते सप्ताह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने प्रेस वार्ता कर एक वीडियो जारी किया था. वीडियो में तात्कालीन सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का एक ऑफिस में कुछ फाइलों पर काम करते दिख रहे हैं.
बाबूलाल ने लगाया था आरोप
बाबूलाल ने आरोप लगाया था कि जिस ऑफिस में एक्का बैठे हैं वह ऑफिस विशाल चौधरी का है और एक्का वहां बैठकर सरकारी फाइलें निपटा रहे हैं. वीडियो में एक महिला भी दिख रही है, जिसे विशाल चौधरी का निजी कर्मचारी बताया गया है. ऐसा दावा किया गया है कि वीडियो पिछले साल के अप्रैल महीने का है. जिसमें राजीव पैसे की लेन-देन की बात करते दिख रहे हैं.
राजीव अरुण एक्का ने दी सफाई
इस मामले के सामने आने के बाद राजीव अरुण ने अपने सफाई में कहा कि वो अपने दोस्त विशाल के ऑफिस में थे और उसे अकाउंट्स समझा रहे थे. इस वीडियो के बारे में उन्हें कुछ मालूम नहीं था.
भाजपा नें राज्यपाल और ईडी से की थी शिकायत
इस मामले के सामने आते ही एक्का को सीएम के प्रधान सचिव के पद से हटाकर पंचायती राज विभाग का प्रधान सचिव बना दिया गया. वहीं, भाजपा के नेता इस मामले की शिकायत लेकर झारखंड के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन के पास पहुंचे और इस मामले में संज्ञान लेने की आग्रह की थी. भाजपा ने इस मामले की शिकायत ईडी ऑफिस में भी की थी.
इसी मामले को संज्ञान में लेते हुए ईडी ने राजीव अरुण एक्का को समन भेजा है. कल राजीव अरुण को ईडी के समक्ष पेश होना है. वीडियो के मामले में उनसे पूछताछ होनी है.
एक्का के मामले पर जांच कमिटी का गठन
वीडियो के सामने आने के बाद जिसमें एक्का कुछ आधिकारिक फाइलों पर साइन करते नजर आ रहे हैं. इस मामले को लेकर झारखंड सरकार को कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग ने एक जांच कमिटी का गठन किया है. झारखंड हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में इस मामले की जांच होनी है. जांच की रिपोर्ट यह कमिटी छह माह में सरकार को सौंपेगी.
जानिए क्या है पूरा मामला
राजीव अरुण एक्का सीएम के प्रधान सचिव के पद पर कार्यरत थे. तभी भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने प्रेसवार्ता कर एक वीडियो जारी किया. जिसमें राजीव एक ऑफिस में बैठे हैं. वह ऑफिस विशाल चौधरी का बताया जा रहा है. और बाबूलाल ने यह आरोप लगाया कि एक्का वहां बैठकर सरकारी फाइलें निपटा रहे हैं. वीडियो में एक महिला भी दिख रही है जिसे विशाल चौधरी का निजी कर्मचारी बताया गया है. ऐसा दावा किया गया है कि वीडियो पिछले साल के अप्रैल महीने का है. जिसमें राजीव पैसे की लेन-देन की बात करते दिख रहे हैं. इस मामले के सामने आते ही एक्का को सीएम के प्रधान सचिव के पद से हटाकर पंचायती राज विभाग का प्रधान सचिव बना दिया गया.
रिपोर्ट : ऋषभ गौतम, रांची
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