झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरु हो चुकी है. प्रत्याशी चयन को लेकर पार्टियों में मनन चल रहा है. चुनाव के मद्देनडर हम आके साथ झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों का समीकरण एक-एक कर साझा कर रहे हैं. आज हम बात करेंगे गिरिडीह विधानसभा सीट की.
गिरिडीह में वर्तमान में झारखंड मुक्ति मोर्चा का कब्जा है यहां से सुदिव्य कुमार सोनू विधायक हैं. इस बात की भी प्रबल संभावना जताई जा रही है कि झामुमो सुदिव्य को ही एक बार फिर से अपना प्रत्याशी बना सकती है. हाल ही में गांडेय विधानसभा उपचुनाव में जिस तरह से कल्पना सोरेन के लिए सुदिव्य कुमार सोनू ने रणनीति तैयार की, उसे लेकर भी संगठन में उनका महत्व बढ़ा है। यही कारण है कि पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा चुनाव में जब तालमेल कांग्रेस के साथ तालमेल की बातचीत शुरू हुई, तो पार्टी की ओर से सुदिव्य कुमार सोनू को ही जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं यह तय माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी गिरिडीह विधानसभा सीट से सुदिव्य कुमार सोनू ही उम्मीदवार होंगे।
हालांकि गिरिडीह विधानसभा में किसी एक पार्टी का वर्चस्व नहीं रहा है बदलते चुनाव के साथ अलग-अलग पार्टियों और कैंडिडेंट्स की जीत हुई है. हालांकि गिरिडीह को भी झामुमो का गढ़ कहा जाता है ,गिरिडीह झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की कर्म भूमि रही है.
वहीं गिरिडीह से भाजपा की ओर से निर्भय शाहबादी को मिलने की चर्चा तेज है. गिरिडीह विधानसभा सीट से साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार निर्भय शाहबादी करीब 15 हजार मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने के कारण एक बार फिर से उनके चुनाव मैदान में उतरने की संभावना है।
पिछले तीन-चार चुनावों में गिरिडीह विधानसभा सीट पर प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बीच वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिलती रहती है।
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद गिरिडीह के इतिहास पर नजर डालें तो , चुनाव आयोग द्वार जारी रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार-
2005 में यहां से झामुमो के मुन्ना लाल जीते. मुन्ना लाल ने बीजेपी के चंद्रमोदन प्रसाद को हराया था.
2009 में यहां जेवीएम ने कब्जा किया. बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से गिरिडीह में निर्भय शाहबादी ने जीत दर्ज की थी.
2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से निर्भय शाहबादी दूसरी बार जीते. उन्होंने जेएमएम प्रत्याशी सुदिव्य कुमार सोनू को हराया था.
2019 में सुदिव्य कुमार सोनू ने अपनी हार का बदला लिया. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी निर्भय शाहबादी को 15 हजार884 वोटों से हराया था.
अब 2024 के चुनाव में भी गिरिडीह में भाजपा और जेएमएम के बीच मुख्य मुकाबला होने की उम्मीद है. हालांकि गिरिडीह का रण कौन फतेह करेगा ये तो आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा.