कोलकाता रेप-मर्डर केस के आरोपी संजय रॉय ने रविवार को हुए पॉलीग्राफी टेस्ट में अपना गुनाह कबूल कर लिया है. कोलकाता रेप-मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने सीबीआई को बताया कि वह रात को 11 बजे तक अस्पताल के पास ही शराब पी रहा था. फिर वह रेड लाइट एरिया गया.
रास्ते में एक लड़की के साथ छेड़खानी की. इसके बाद उसने अपनी गर्लफ्रेंड से न्यूड तस्वीरें भी मांगी. फिर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद बेरहमी से उसकी हत्या कर दी.
बताया जा रहा है कि 25 अगस्त को पॉलिग्राफी टेस्ट में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया. इससे पहले वह अपने बयान से मुकर गया था. कहा था कि निर्दोष है और कोई भी टेस्ट कराने को तैयार है.
8-9 अगस्त की दरम्यानी रात हुई थी वारदात
उत्तरी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8-9 अगस्त की दरम्यानी रात 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. अस्पताल की दूसरी मंजिल पर बने सेमिनार हॉल में पीड़िता की लाश बुरी हालत में मिली थी.
उसकी आंखों, मुंह और प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था. चेहरे और होठों पर गहरे जख्म थे. पैरों में खरोंचे जाने के निशान थे.
प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोट आई थी. इस मामले में कोलकाता पुलिस ने ब्लूटूथ एयरबड डिवाइस से मिले सुराग के जरिए आरोपी की पहचान की थी. ये ब्लूटूथ एयरबड घटनास्थल पर मिला था.
कोलकाता रेप-मर्डर केस में क्या पता चला
दरअसल, 9 अगस्त को तड़के तकरीबन 4 बजे आरोपी संजय रॉय सेमिनार हॉल की ओर जाता दिखा तब उसके कान में एयरबड था. वापसी के समय यह नहीं था. जब 4-5 संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद इस ब्लूटूथ एयरबड डिवाइस को संदिग्धों के मोबाइल फोन से कनेक्ट करने का प्रयास किया गया तो यह संजय रॉय के फोन से कनेक्ट हो गया.
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि संजय रॉय को वारदात के अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया था. उसने बिना किसी पछतावे के जुर्म कबूल किया और कहा था कि चाहो तो फांसी दे दो.
संजय रॉय ने खुद की थी पॉलिग्राफी टेस्ट की मांग
हालांकि बाद में मजिस्ट्रेट के सामने रोते हुए संजय रॉय ने कहा था कि मैंने कोई जुर्म नहीं किया. मेरी पॉलिग्राफी टेस्ट होनी चाहिए ताकि बेगुनाही साबित हो सके. अब पॉलिग्राफी टेस्ट में संजय रॉय ने गुनाह कबूल कर लिया है.
उसने बताया कि 8 अगस्त की देर शाम उसने अपने एक दोस्त के साथ शराब पी. फिर रेड लाइट एरिया गया. रास्ते में एक लड़की के साथ छेड़खानी भी की. देर रात अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल पर बात करते हुए न्यूड तस्वीरें मांगी.
सुबह 4 बजे हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल पहुंचा और ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या कर दी.
सीबीआई को चाहिए इन सवालों का जवाब
गौरतलब है कि इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई ने कोर्ट में दाखिल स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि पीड़िता के साथ गैंगरेप के सबूत नहीं मिले हैं. सीबीआई इस एंगल से जांच कर रही है कि आखिर कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष सहित पूरे प्रबंधन ने इसे आत्महत्या बताने का प्रयास क्यों किया.
माता-पिता को देर से क्यों सूचना दी गई. माता-पिता सहित अन्य परिजनों को पीड़िता का शव दिखाने में 3 घंटे क्यों लगाए.
पीड़िता की डायरी के पन्ने किसने फाड़े. इन तमाम सवालों के जवाब खंगाले जा रहे हैं. इस बीच सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल सहित 2 सीनियर चिकित्सकों के आवास पर छापेमारी भी की है. कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल अख्तर अली की शिकायत के आधार पर करप्शन के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है. सीबीआई को छापेमारी में अहम सुराग मिले हैं.