संथाल परगना के राजमहल, दुमका और गोड्डा सीटों के लिए आखिरी चरण में 1 जून को वोटिंग होनी है। फिलहाल, दुमका और गोड्डा सीटें भाजपा के पास हैं जबकि राजमहल सीट झामुमो के पास है। इस बार भाजपा अपनी दोनों सीटों को बरकरार रखने और राजमहल सीट पर कब्जा जमाने के लिए आदिवासी अस्मिता को मुख्य मुद्दा बना रही है।
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने साहिबगंज में मीडिया से बात करते हुए बताया कि संथाल क्षेत्र में आदिवासियों की संख्या 11 प्रतिशत से ज्यादा घटी है, जबकि बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण मुस्लिम आबादी में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इससे यहां के आदिवासियों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। कुछ सरकारी स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को छुट्टी दी जा रही है, जल, जंगल और जमीन की लूट मची हुई है। पहाड़ों का दोहन हो रहा है। अमर बाउरी ने कहा कि अगर भाजपा ने आदिवासी अस्मिता को बचाने का बीड़ा नहीं उठाया, तो आने वाले दिनों में यहां आदिवासी दिखाई नहीं देंगे।
अमर बाउरी ने संथाल क्षेत्र की बदलती जनसांख्यिकी के लिए झामुमो, कांग्रेस और राजद के गठबंधन वाली सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केवल वोट की चिंता है और वह तुष्टिकरण की राजनीति कर आदिवासियों के साथ खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने बताया कि यहां के आदिवासी और मूलवासी राज्य सरकार की मंशा को समझ चुके हैं और भाजपा के पक्ष में एक अंडर करेंट चल रहा है। इसलिए इस बार संथाल की सभी तीन सीटों पर कमल खिलना तय है। अमर बाउरी ने यह भी कहा कि उन्हें भारत के मुसलमानों से कोई समस्या नहीं है, लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठिए यहां की पहाड़िया और संथाल जनजाति की लड़कियों से लव जिहाद के तहत शादी कर रहे हैं और उनकी आड़ में लैंड जिहाद भी कर रहे हैं।
अमर बाउरी ने बताया कि पिछले 49 वर्षों में पूरे देश में हिन्दू आबादी 8 प्रतिशत घटी है जबकि मुस्लिम आबादी में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। झारखंड की सरकार को यहां के आदिवासियों और मूलवासियों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने दावा किया कि इस बार न केवल संथाल की सभी तीन सीटें बल्कि राज्य की सभी 14 सीटों पर भाजपा की जीत होगी।
अमर बाउरी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी धर्म के आधार पर भाई-भाई को बांटा है और एक बार फिर वही करना चाहती है, जिसे भाजपा नहीं होने देगी। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनेगी और देश में समान नागरिक संहिता लागू होगी। सभी अधिकार भारत के नागरिकों को मिलेंगे और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा।